रायपुर। विश्व जल दिवस के अवसर पर अग्रसेन महाविद्यालय पुरानी बस्ती में आज रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. “जल है, तो कल है” – इस थीम पर आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में महाविद्यालय के विभिन्न संकायों के विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुति दी.
एक प्रतिभागी ने धरती को अपनी आगोश में सुरक्षित रखती माँ के प्रतीक के रूप में रंगोली प्रदर्शित की. वहीँ एक अन्य प्रतिभागी ने प्रकृति, सूरज और पेड़ पौधों के बीच जल संरक्षण को रेखांकित किया,
जबकि एक अन्य प्रतिभागी ने सूखते पेड़ों के बीच धरती की प्यास और सूरज की गर्मी के माध्यम से जल संरक्षण की आवश्यकता को उजागर किया. सभी प्रतिभागियों ने दिए गए थीम पर बहुत ही सुन्दर और आकर्षक रंगोली बनाई.
महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. वी.के अग्रवाल, प्राचार्य डॉ युलेंद्र कुमार राजपूत तथा एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने सभी प्रतिभागियों के प्रयासों की भरपूर सराहना की. स्पर्धा के निर्णायक के रूप में पत्रकारिता संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. विभाष कुमार झा तथा पुस्तकालय सहायिका षष्ठी पाण्डेय ने रंगोली में रंगों के संयोजन और विषय की प्रस्तुति के आधार पर निशा विश्वकर्मा (बी.काम.-अंतिम) को विजेता और विशाल विश्वकर्मा (पीजी डिप्लोमा- योग) को उपविजेता घोषित किया, वहीँ चेतना डांगे (बी.काम.-अंतिम) को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ.
कार्यक्रम की संयोजिका प्रो. दीपिका अवधिया ने बताया कि इस स्पर्धा का उद्देश्य विद्यार्थियों में रचनात्मकता और उसमें कल्पनाशीलता विकसित करना है. कार्यक्रम में सभी विभागों के प्राध्यापकों ने अपना सक्रिय सहयोग दिया.