संगीत जगत में शोक की लहर, नहीं रहे मशहूर गायक बप्पी लहरी
लहरी की उम्र 69 साल थी. बताया जा रहा है कि उनका निधन रात करीब 11 बजे हुआ. बप्पी लहिरी पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे. पिछले साल अप्रैल में बप्पी दा को कोरोना वायरस भी हुआ था. डॉक्टर ने बताया कि उनकी ओएसए (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया) के कारण मौत हुई है.
अस्पताल के निदेशक डॉ. दीपक नमजोशी ने कहा, ‘‘लाहिरी करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दी गयी थी, लेकिन उनकी सेहत मंगलवार को बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को घर बुलाया. उन्हें अस्पताल लाया गया. उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई दिक्कतें थी. उनकी देर रात ओएसए (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया) के कारण मौत हो गई.
1985 में फिल्म ‘शराबी’ के लिए जीता फिल्मफेयर अवॉर्ड
बप्पी दा ने 70-80 के दशक में कई फिल्मों में गाने गाए जो काफी हिट रहे. इन फिल्मों में ‘चलते-चलते’, ‘डिस्को डांसर’ और ‘शराबी’ शामिल हैं. बप्पी दा ने भारत में 80 और 90 के दशक में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाने में अहम भुमिका अदा की थी. बप्पी दा ने साल 1985 में फिल्म ‘शराबी’ के लिए बेस्ट म्यूज़िक डायरेक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता था. वहीं बताया जा रहा है कि बॉलीवुड में उनका आखिरी गाना 2020 में आई फिल्म ‘बागी’ का ‘भंकस’ था.
बेहद पसंद था सोने के गहने पहनना
बप्पी लहिरी को सोना पहनना और हमेशा चश्मा लगाकर रखना बेहद पसंद था. गले में सोने की मोटी-मोटी चेन और हाथ में बड़ी-बड़ी अंगूठियां समेत सोने के ढेर सारे गहने पहनना उनकी पहचान थी. बप्पी लहिरी को बॉलीवुड का पहला रॉक स्टार सिंगर भी कहा जाता है. बप्पी दा का जन्म 17 नवंबर 1952 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था. बप्पी लहिरी के दो संतान हैं.
लाहिरी जी के निधन के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं- अशोक पंडित
बप्पी लहिरी के निधन पर फिल्म मेकर अशोक पंडित ने ट्वीट किया है, ”रॉकस्टार बप्पी लाहिरी जी के निधन के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं. विश्वास नहीं हो रहा है कि मेरा पड़ोसी अब नहीं रहा. आपका संगीत हमेशा हमारे दिलों में रहेगा.”
संगीत जगत को एक के बाद एक बड़े झटके
बता दें कि इस महीने संगीत जगत को एक के बाद एक बड़े झटके लगे हैं. बप्पी लहिरी से पहले स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का 6 फरवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था.