बंगाल की मशहूर गायिका संध्या मुखर्जी का मंगलवार को 90 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनके निधन की जानकारी अस्पताल प्रशासन के द्वारा जारी की गई। संध्या मुखर्जी बीते कई दिनों से कोरोना से पीड़ित थीं। अभी हाल में उनका जिक्र पद्म पुरस्कार लेने से इनकार करने वालों की लिस्ट में था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संध्या मुखर्जी को अस्पताल की ओर से ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। बीते गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें सरकारी अस्पताल से प्राइवेट हॉस्पिटल में ट्रांसफर किया गया था। मुखर्जी एक शास्त्रीय और अर्ध-शास्त्रीय गायिका ही नहीं बल्कि कई बंगाली और हिंदी फिल्मों के लिए भी गाना गा चुकी है। उन्होंने कई बड़े संगीतकारों के साथ काम भी किया। इसमें एसडी बर्मन का नाम सबसे ऊपर आता है। गाया है।
अभी हाल में उन्हें सांस फूलने की शिकायत के बाद कोलकाता के एक सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती किया गया था। गायिका संध्या मुखर्जी की बीते मंगलवार की शाम बाथरूम में फिसलने के बाद तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। उनके दोनों फेफड़ों में संक्रमण पाया गया था। बता दें कि बंगा विभूषण और सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका जैसे राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वालीं संध्या ने पद्म श्री पुरस्कार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार के अधिकारियों ने जब उनकी सहमति के लिए उनसे संपर्क किया तो उन्होंने यह पुरस्कार लेने से मना कर दिया था। उन्हें साल 2011 में बंगाली विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह बंगाल सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।