
राजधानी से सटे आरंग विधानसभा क्षेत्र को राज्य गठन के पश्चात भी 18 वर्ष तक उपेक्षा का दंश झेलना पड़ा। राजधानी में विकास की चकाचौंध से निकलते ही ग्रामीण रायपुर के इस क्षेत्र की दशा विकास में पिछड़े हुए गांव सदृश ही रही। कांग्रेस की सरकार बनी तो आरंग विधानसभा क्षेत्र के चंदखुरी में स्थित विश्व के एकमात्र माता कौशल्या मंदिर का पुनरोत्थान किया गया। चंदखुरी धर्म पर्यटन का केंद्र बन गया और इसकी चर्चा दुनियाभर में होने लगी। भगवान राम के ननिहाल में उनकी 51 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा की स्थापना की गई। माता कौशल्या व भगवान श्रीराम का आशीर्वाद इस क्षेत्र को मिला तो यहां की दशा ही बदल गई। (photo of assembly seat)
धूल धूसरित तंग गलियों की जगह चमचमाती फोरलेन व सिक्सलेन सड़कों का विकास होने के साथ ही आरंग में विकास की चकाचौंध दिखने लगी है। राज्य के नगरीय निकाय मंत्री डा.शिव डहरिया आरंग के विधायक हैं इसलिए भी इस इलाके के शहरीकरण को गति मिली है। चार वर्ष में आरंग विधानसभा क्षेत्र विकास के नए सोपान छूने लगा है। साढ़े चार वर्ष पूर्व जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी तो सबसे प्रमुख निर्णय यही लिया गया कि राज्य में श्रीराम वनगमन पथ का विकास किया जाएगा। प्रदेश के नौ धार्मिक स्थलों का चयन किया गया जो राम से जुड़े हैं। चंदखुरी इनमें सबसे प्रमुख स्थल है। राम वनगमन पथ के माध्यम से क्षेत्र में बेहतरीन सड़कों का विकास हो गया। आरंग विधानसभा क्षेत्र में एक नगरपालिका व तीन नगर पंचायत क्षेत्र हैं जिनमें शहरी क्षेत्र में लागू होने वाली हर योजना का बेहतर ढंग से क्रियान्वयन हुआ है।(photo of assembly seat)