प्रदेश के गौठानों में पशु चिकित्सा और रोगों की जांच की सुविधा और सुदृढ़ होगी। मोबाईल मेडिकल यूनिट के माध्यम से गौठानों मे पशु चिकित्सा की सुविधा मिलेगी। इसका जल्द शुभारंभ किया जाएगा। पशुधन विकास मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने आज अपने निवास में मोबाईल पशु चिकित्सा इकाई (मोबाईल वैटेनरी यूनिट) मोबाईल मेडिकल यूनिट का अवलोकन किया। कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने भी इस मोबाईल यूनिट के संबंध मे जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। पशुधन विकास विभाग द्वारा 1962 टोल-फ्री नंबर की जल्द शुरूआत की जाएगी। जिसमें पशुपालक सुबह 8 से शाम 4 बजे तक पशुओं की बीमारी के संबंध सलाह ले सकेंगे। इस नंबर पर उन्हे पशु चिकित्सक द्वारा सलाह और समीप के पशु चिकित्सालय के संबंध में जानकारी दी जाएगी।
मोबाईल मेडिकल यूनिट प्रदेश के विकासखण्ड स्तर पर जल्द उपलब्ध होगी। छोटे विकासखण्ड पर एक और बड़े विकासखण्ड स्तर पर दो मोबाईल मेडिकल यूनिट होंगे। राज्य में मोबाईल मेडिकल यूनिट की संख्या 163 होगी। यह प्रतिदिन दो और महीने में 50 गौठान एवं ग्राम में पहुंचेगी। इसमें एक पशु चिकित्सक और वैटेनरी असिस्टेंट होगा। इस मोबाईल मेडिकल यूनिट के माध्यम से पशुओं की चिकित्सा और पशु रोगों का जांच, टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान, शल्य चिकित्सा की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस मोबाईल मेडिकल यूनिट एक बड़ी एलईडी टीव्ही लगी हुई है, जिसमें पशुधन विकास की योजनाओं की सम्पूर्ण जानकारी दी जाएगी। इस अवसर पर पशुधन विकास विभाग के संचालक श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी, ओएसडी डॉ. मौसम मेहरा, अपर संचालक डॉ. के.के. ध्रुव और डॉ. महावीर सरसीहा उपस्थित थे ।