संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र अब से थोड़ी देर में शुरू हो जाएगा. लोकसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के साथ होगी. आज संसद के दोनों ही सदनों में 75 साल की संसदीय यात्रा पर एक साथ चर्चा होगी. वहीं 19 सितंबर से विशेष सत्र का शेष हिस्सा नए संसद भवन में चलेगा. केंद्र सरकार ने इस विशेष सत्र का एजेंडा भी जारी कर दिया है, जिसमें चार बिल शामिल हैं, जिन्हें पेश किया जाएगा. वहीं बीते रविवार को केंद्र सरकार की तरफ से सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें 34 दलों के 51 नेता शामिल थे. बैठक में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने महिला आरक्षण बिल की मांग की, जिसपर प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सही समय आने पर सही फैसला लिया जाएगा.
बता दें कि यह एक नियमित सत्र यानी मौजूदा लोकभा का 13वां और राज्यसभा का 261वां सत्र है. वहीं कई बड़े राजनीतिक दलों ने अपनी पार्टी के सांसदों को व्हिप जारी कर विशेष सत्र के दौरान उपस्थित रहने को कहा है. वहीं विपक्ष सरकार द्वारा बुलाए गए इस सत्र को लेकर काफी सवाल उठा रहा है. उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार इस विशेष सत्र के दौरान वन नेशन वन इलेक्शन संबंधित बिल ला सकती है. हालांकि सरकार ने जो अभी एजेंडा जारी किया है. उसमें कहीं भी इसका जिक्र नहीं है. सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार ने विपक्ष से समर्थन देने की अपील की है. इस बैठक में 34 दलों के 51 नेता शामिल