Bilaspur आपको बता दे यह मामला सरकंडा थाना क्षेत्र की जहाँ जांजगीर-चांपा जिले के एक MBBS स्टूडेंट की अपोलो अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। दरसल उसे पीलिया होने पर अस्पताल में ब्लड चढ़ाया जा रहा था। लेकिन, लापरवाही ऐसी कि जेल को का ढक्कन लगाना ही भूल गए, जिससे शरीर से ब्लड बाहर निकल गया और मरीज की जान चली गई। इस लापरवाही पर परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया और लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत कर दी।जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ निवासी 23 वर्षीय अमन खरे पिता परमेश्वर खरे MBBS का स्टूडेंट था।
अमन यूक्रेन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। लेकिन, रूस और यूक्रेन में जंग छिड़ने के बाद अमन भारत वापस आ गया और पामगढ़ में अपने परिवार के साथ रहने लगा। वह कुछ दिनों पहले पीलिया से पीड़ित हुआ था, जिस पर परिजनों ने उसे पहले मार्क हास्पिटल में भर्ती कराया था, जहां उसकी हालत में सुधार नहीं होने पर वेंटीलेटर पर रखकर इलाज कर रहे थे। तीन दिन पहले ही उसे अपोलो अस्पताल रेफर किया गया था।
हां भी वेंटीलेटर में रखकर इलाज किया जा रहा था। बुधवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हालांकि, अपोलो अस्पताल प्रबंधन ने इलाज में लापरवाही से इंकार किया है। प्रबंधन का कहना है कि मरीज की हालत गंभीर थी। इसलिए इलाज के दौरान उसकी मौत हुई है।