
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ गरियाबंद अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है जिसके चलते गरियाबंद जिला के वन कर्मचारियों ने वन परिसर के अंदर एक भव्य प्रदर्शन का आयोजन कर अपनी बातें जिला व प्रदेश अधिकारियों तक पहुंचाने का प्रयास किया है जिसमें उन्होंने अपनी मांगों को लेकर कहा वनरक्षक का वेतनमान वर्ष 2003 से 3050/ स्वीकृत किया जावे।वनरक्षक/वनपाल/उ.व.क्षेत्रपाल कर्मचारियों का वेतनमान मांग अनुसार किया जावे। पुरानी पेंशन योजना लागू किया जावे। छ.ग. राज्य गठन के पश्चात् नया सेट अप पुनरीक्षण किया जाते। महाराष्ट्र सरकार की तरह रु.5000/- पौष्टीक आहार/ वर्दी भक्ता दिया जावे।
पदनाम व्दी हेतु संबोधित नाम अन्य पहचान निर्धारण आदेश जारी किया जावे।वनोपज संघ के कार्य हेतू 01 माह अतिरिक्त वेतन दिया जाये।काष्ट वनोपज प्रदाय से कमी मात्रा की वसुली निर्त / राइटऑफ किया जावे। विभागीय पर्यटन स्थल में वन कर्मचारियों एवं सेवानिवृत्त वन कर्मचारियों को निःशुल्क प्रवेश दिया जावे। वनपाल प्रशिक्षण अवधि 45 दिन किया जावे। वनपाल प्रशिक्षण केन्द्र कोरनी (बिलासपुर) प्रारंभ किया जावे ।भृत्य, वानिकी चौीदार का समायोजन किया जावे।दैनिक वेतन भोगी श्रमकों को नियमित किया जावे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से वन कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष डोमार कुमार सिंह कश्यप जिला सचिव दिनेश पात्र तहसील अध्यक्ष हरि अर्जुन यादव संरक्षक दुर्गा प्रसाद दीक्षित मदन सिंह ठाकुर सलाहकार जाकिर हुसैन सिद्दीकी धनेश सिन्हा जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र ठाकुर आगेश्वर साहू के साथ ही सैकड़ों वन कर्मचारी इस आंदोलन धारना व अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल होकर अपनी आवाज बुलंद की इस अवसर पर जिलाध्यक्ष कुमार सिंह कश्यप से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि अब यह आंदोलन रुकेगा नहीं अनिश्चितकालीन आंदोलन है जब तक शासन प्रशासन हमारी मांगों को पूर्ण नहीं करती हम आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे हमारा अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा कोई भी काम हम संबंधित विभाग का नहीं करेंगे।