दिनेश देवांगन ने आज से शुरू हो रहे दीपावली पर्व पर प्रदेशवासियों के जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की है।दीपावली शरद ऋतु (उत्तरी गोलार्द्ध) में हर वर्ष मनाया जाने वाला एक प्राचीन सनातन संस्कृति का त्यौहार है। दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है दीपावली भारत के सबसे बड़े और सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। दीपावली दीपों का त्योहार है। आध्यात्मिक रूप से यह ‘अन्धकार पर प्रकाश की विजय’ को दर्शाता है।
यह माना जाता है कि देवी लक्ष्मी दिवाली के दौरान प्रत्येक घर का दौरा करने और सभी के लिए शांति और समृद्धि लेकर आती है। दीवाली के दिन “लक्ष्मी-पूजन” रात को की जाती है। एक पारंपरिक पूजन सभी घरों में सूर्यास्त के बाद किया जाता है और देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश जी के साथ माता सरस्वती और काली की भी पूजा गंगाजल के साथ की जाती है। देवराज इंद्र के अनुसार देवी लक्ष्मी रिद्धि, सिद्धि, और बुद्धि देने वाली है। वह,धन, बुद्धि, सफलता, मंत्र सिद्धि,मोक्ष प्राप्ति की दाता है, योगशक्ति का आधार है। इसी कारण देवी लक्ष्मी के आशीर्वाद के बिना यह सब प्राप्त नहीं किया जा सकता।