
विगत दिनों सरायपाली विधानसभा क्षेत्र में सहकारी समितियों में हुए. नियुक्तियों के बाद कांग्रेस पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध जताया जा रहा है और स्थानीय विधायक पर आरोप लगाया जा रहा है कि विधायक द्वारा मनमानी ढंग से पदों की नियुक्ति की गई है वही इस मामले में सरायपाली विधायक नंद ने सभी आरोपों को बेबुनियाद ठहराते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मनसा अनुसार प्रत्येक वर्ग को साथ लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सहकारी समितियों अध्यक्ष का पद दिया गया है और कहा कि हमारे कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा अपने निजी व्यक्तियों को अध्यक्ष पद की नियुक्ति के लिए कहा जा रहा था और उनकी नियुक्ति नहीं हो पाया जिसके वजह से कुछ कार्यकर्ता विरोध जाहिर कर रहे हैं।
साथ ही विधायक ने बताया कि कुछ कार्यकर्ताओं को बिना जानकारी के हस्ताक्षर करवा के त्यागपत्र दिलवाया गया है जिसकी सूचना पर कार्यकर्ताओं द्वारा पुनः विधायक को पत्र लिखकर विधायक के पक्ष में समर्थन दिया गया है. तो वही शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि कांग्रेस पार्टी किसी एक की पार्टी नहीं है कांग्रेस पार्टी सभी कार्यकर्ताओं को साथ में लेकर चलती है जो लोग विरोध कर रहे हैं वह लोग अपने सगे संबंधी को अध्यक्ष बनाना चाहते थे लेकिन उनको पद नहीं मिलने के कारण षड्यंत्र करके विरोध जता रहे हैं.(CG news today)
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