कोरोना काल में अब तक हैं बेरोजगार, हमारी भी सुन ले सरकार
रायपुर/संवाददाता/रोहित मिश्रा– कोरोना संकट के बीच छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से जूझ रहे राजधानी के बैंड-बाजा और टेंट व्यवसायी मंगलवार को सड़कों पर उतर आए. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में धुमाल व्यापारी सरकार से कार्य संचालन की परमिशन देने की मांग कर रहे हैं.
गौरतलब है कि हाल ही में प्रदेश में सभी गतिविधियों को सामान्य किए जाने का निर्णय लिया गया है, लेकिन टेंट, लाइट कैटरिंग, इवेंट ,साउंड, धुमाल, बैंड पार्टी आदि व्यवसायी बेरोजगार हैं.
दरअसल इनका संबंध विवाह समारोह, गणेश, दुर्गा पूजा जैसे उत्सवों से रहा है, लेकिन इन पर पाबंदी के कारण इनके पास काम नहीं है. यही वजह है कि अब प्रदेश भर में धुमाल और टेंट व्यवसायियों ने हल्ला बोल दिया है. राजधानी में प्रदर्शन के दौरान व्यापारी हाथों में “जीवन में मच गया हाहाकार, आखिर कब सुनेगी हमारी सरकार” जैसे स्लोगन की तख्ती लिए नजर आए.
रायपुर जन कल्याण धूमाल संघ के अध्यक्ष गौतम महाजन ने अपना दर्द बयां किया. उन्होंने बताया कि कार्य संचालन की अनुमति मांगने वह लगातार दो महीने से मुख्यमंत्री, संस्कृति मंत्री, गृह मंत्री समेत कलेक्टर, एसपी को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन इस पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
उन्होंने कहा, इस व्यवसाय से जुड़े लगभग 30 हजार परिवारों के जीवन में भरण-पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई है. इस रैली में दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव, बिलासपुर, धमतरी, कोंडागांव, डोगरगढ़, राजीम समेत प्रदेश के अन्य जगहों से भी धुमाल व्यापारी पहुंचे थे.