
विगत दो वर्षों से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, अम्बिकापुर द्वारा लिए गए परीक्षा शुल्क को वापसी करने के संबंध में निरंतर संघर्ष करने के फल स्वरुप आज विद्यार्थी समुदाय के साथ संघर्षरत अभाविप की जीत हुई, अब लिया गया परीक्षा शुल्क वापस होगा।आपको बता दें विद्यार्थी परिषद का स्पष्ट मत है कि जो निर्धारित परीक्षा शुल्क है वह भौतिक रूप से आयोजित होने वाली परीक्षा के अनुरूप लिया गया है लेकिन विश्वव्यापी महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण ऑनलाइन रूप से परीक्षा का आयोजन विगत 2 वर्षों से हो रहा है जहां विद्यार्थियों को स्वंत: ही उत्तर पुस्तिका का क्रय, प्रश्न पत्र प्रिंट, लिफाफा क्रय तथा कोरियर खर्च उठाना पड़ रहा है।
जबकि विद्यार्थियों से विश्वविद्यालय द्वारा अत्याधिक मात्रा में परीक्षा शुल्क लिया गया है। अभाविप ने अपनी एक मांग के साथ लगातार संघर्ष किया है कि विद्यार्थियों को परीक्षा शुल्क कि यथोचित राशि जिससे कि विद्यार्थियों की परीक्षा सामग्री जिसका उपयोग वर्तमान मुख्य परीक्षा में हो रहा हैं वो इन्हें वापस किया जाय, इसको लेकर अभाविप ने लगातार ज्ञापन और आंदोलन के माध्यम से विद्यार्थियों की आवाज को मिलकर बुलंद किया।
अभाविप के जिला संयोजक निखिल मरावी ने बताया कि एक परीक्षा के लिए विद्यार्थी दो-दो बार राशि क्यों लगाएं, एक बार संपूर्ण खर्च जोड़कर विश्वविद्यालय परीक्षा शुल्क वसूलता है फिर विद्यार्थियों को यह कहा जाता है कि उत्तर पुस्तिका, प्रश्न पत्र प्रिंट, लिफाफा और कोरियर के खर्च की व्यवस्था विद्यार्थी को स्वयं करनी है इसी बात का कड़ा विरोध करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने एक सप्ताह पूर्व ज्ञापन सौंपकर वापसी की मांग की तथा यह चेतावनी भी दी कि परीक्षा शुल्क वापसी ना होने की स्थिति में उग्र आंदोलन हेतु विश्वविद्यालय प्रशासन को अपनी कमर कस लेनी चाहिए