विकास कार्यों को लेकर भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव ने भाजपा के नेताओं को खुला चैलेंज किया है। प्रदेश और भिलाई के विकास को लेकर शहर के किसी भी चौक-चौराहे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। भाजपा सरकार के 15 साल के कार्यकाल पर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार के 3 साल भारी है, लेकिन भाजपा के नेताओं के आभामंडल पर कोहरा छाया हुआ है। इस वजह से छत्तीसगढ़ सरकार और शहर सरकार की उपलब्धि दिखाई नहीं दे रहा है।
पिछले 15 साल में भाजपा की सरकार नहीं कर पाया है। उसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने चार दिन के अंदर करके दिया। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद छावनी, खुर्सीपार समेत नगरीय निकाय के लोगों को पटटा मिलना शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में और भी लोगों को पट्टा के रूप में जमीन मालिकाना हक मिलेगा। इससे उन्हें आसानी से बिजली का कनेक्शन मिल जाएगा। मोर जमीन मोर मकान योजना के तहत पक्का मकान का सपना पूरा होगा। इसकी खुशी लोगों के चेहरे पर साफ झलक रही है।
आकाशगंगा को छोड़ दें तो शहर किसी भी मार्केट में सार्वजनिक टायलेट नहीं था। लेकिन आज शहर के सभी बड़े मार्केट और नेशनल हाइवे के किनारे में पब्लिक टायलेट है, लेकिन झूठ रूपी कोहरे की वजह से भाजपा को दिखलाई नहीं दे रहा है। भाजपा के नेताओं की याददाश्त भी कमजोर हो गई है। इस वजह से संपत्तिकर में 50 फीसदी कम करने का निर्णय लेने वाले प्रदेश का पहला नगर पालिक निगम भिलाई के महापौर का संकल्प प्रस्ताव भी भूल गए हैं। सबसे पहले नगर पालिक निगम भिलाई ने ही संपत्तिकर में 50 फीसद तक छूट देने का निर्णय लिया था। जबकि भाजपा की सरकार ने संपत्तिकर में 50 फीसदी की एक मुश्त बढ़ोत्तरी का आर्थिक बोझ लोगों के सिर पर लाद दिया था। इसके खिलाफ हमें कानूनी लड़ाई भी लड़ी। 2018 में कांग्रेस की सरकार बनते ही महापौर परिषद ने संपत्तिकर में 50 फीसदी की छूट देकर करदाताओं को राहत पहुंचाई है।