जिले में हो रही बारिश के चलते उफनते नदी-नालों को पार नहीं करें:- कलेक्टर श्री गोयल, बाढ़ की आशंका होने पर बंधे मवेशियों को खोल दें ताकि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर यह मूक प्राणी सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकें
रिपोर्ट – लुकेंद्र साहू
महासमुंद 27 अगस्त 2020 /- कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने जिले में मानसून के दौरान हो रही भारी बारिश में चलते उफनते नदी-नालों को पैदल पार नहीं करें, किसी प्रकार का जोखिम नहीं उठायें । आवाजाही के लिए पुल-पुलियों का इस्तेमाल करें। पुल-पुलियों पर बारिश का पानी होने पर उसे पार नही करें ।जोखिम भरे शॉटकट रास्ता से आवाजाही क़तई न करें । कलेक्टर ने जिले की जनता से बारिश के चलते सुरक्षा मानकों का पालन करने का आग्रह किया है ।
कलेक्टर ने जारी संदेश में कहा कि बाढ़ की आशंका होने पर बंधे मवेशियों को खोल दें ताकि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर यह मूक प्राणी सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकें। कलेक्टर ने कहा कि तेज बारिश में उफनते नालों को व्यक्ति पार न करें। पानी उबालकर-छान कर पीयें। बारिश में आपके आसपास बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने या प्राकृतिक आपदा, घटना-दुर्घटना की जानकारी बाढ़ आपदा नियंत्रण केन्द्र महासमुंद के दूरभाष क्रमांक 07723-223305 पर कर सकते है। प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत व्यवस्था के लिए कार्यालय कलेक्टर महासमुंद में आपदा नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जो 24 घंटे चालू रहेगा । जिलेवासी किसी भी विपरीत परिस्थिति की सूचना नियंत्रण कक्ष में दे सकते है।
कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि आज शाम को पड़ोस के ज़िला गरियाबंद के सिकासेर डेम से 20000 क्यूसेक और सोढूर जलाशय से 2500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है । इसी तरह उड़ीसा राज्य के नवापार ज़िला पतोरा बांध से भी 1500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है । ओड़िसा के सीमावर्ती ग्राम से लगे जोंक नदी में जल स्तर की स्थिति अभी सामान्य। कही भी बाढ़ की स्थिति नही। नदी से लगे ग्रामों में पटवारियो और कोटवारों को सतर्क रहने निर्देशित दिए गए है । मुनादी भी कराई गई है ।
साभार – जिला जनसंपर्क कार्यालय, महासमुंद (छत्तीसगढ़)