जिलाध्यक्ष बने काशी ध्रुव, जिले में न्याय की आस में तड़प रहे आदिवासी, न्याय दिलाएगा आदिवासी सेना

बलौदाबाजार
प्रदेश अध्यक्ष दीनू नेताम, महासचिव संतराम कतलाम, उपाध्यक्ष नेतराम मंडावी व मनोज मरकाम के अनुशंसा पर आदिवासी सेना मे अहम योगदान निभाते हुए व निष्ठापूर्वक और समाज समर्पित सेवा की भावना एवं समाजिक सक्रियता तथा समाज के प्रति प्रेम व समर्पण भावना को देखते हुए काशी ध्रुव को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। आदिवासी समाज शांत स्वभाव से दिखने वाले, जल जंगल जमीन के मालिक व्यवहार के धनी आज जिले में आदिवासियों के विभिन्न प्रकार के समस्या आज भी विकराल स्थिति में खड़ी है जैसे
जिले में स्थापित बड़ी-बड़ी सीमेंट कंपनियों में आदिवासियों की जमीन को फर्जी अनुबंध का सहारा लेकर कंपनियों ने कब्जा कर लिया गया। 07 जनवरी को एक अखबार में प्रकाशित हुआ था आदिवासी की जमीन बेचने की अनुमति देने वाले रिटायर अपर कलेक्टर को उनके निवास अंबिकापुर से गिरफ्तार किया गया था। जिसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। ऐसे ही वर्तमान में प्रशासनिक अधिकारी है व पूर्व में भी था जो आदिवासियों की जमीन पर नजरें गड़ाकर गैर संविधानिक तरीक़े से भू राजस्व संहिता की गैर धाराओं के तहत जमीन को खरीद लिया गया व बेच दिया गया है जो अब आदिवासी सेना बर्दाश्त नही करेगा। बलौदाबाजार शहर के सौंदर्य करण के नाम पर सांवरा आदिवासियों को विस्थापित किया गया है जो उसे मूलभूत सुविधाओं से वंचित कर दिया गया है आदिवासियों की जमीन को गैर तरीके से कब्जा कर व अन्य योजनाओं का लाभ ले रहे हैं आदिवासी शासकीय कर्मचारी अधिकारियों को गैर आदिवासी उच्च अधिकारी और राजनीतिक लोग धौंस दिखाकर प्रताड़ित का मामला सामने आते रहता हैं। पलारी की रेखा सांवरा को थाना प्रभारी द्वारा मारपीट किया गया। अपने पर हुए बरबर्ता की न्याय के लिए तरसती रेखा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर लगाते दर-दर भटक रहे हैं
उक्त बातें नवनियुक्त आदिवासी सेना के जिलाध्यक्ष काशी ध्रुव ने बताया साथ में आदिम जाति विकास विभाग के द्वारा योजनाएं जमीनी स्तर पर लागू नहीं हो रही है आदिवासी सेना के जिला अध्यक्ष बनते ही काशी ने मीडिया में दी जानकारी आदिवासी सेना समाज के प्रत्येक अंतिम व्यक्ति से लेकर शोषित पीड़ित के साथ खड़ा है और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए हमेशा तत्पर तैयार हैं आगामी समय में इन बल पर रणनीति बनाकर जमीनी स्तर पर लड़ाई लड़ी जायेगी और आदिवासी समाज के नवयुवकों को अधिक से अधिक संख्या में जुड़ने की अपील।
बधाई देने वालों में गिरीश राज, सतीश नेताम, मनोहर मंडावी, चंद्रशेखर छेदैया, काशी छेदैया, विजेन्द्र मरकाम, अशोक मरकाम, रुपेश नागवंशी, नोहरी मंडावी, जगदीश छेदैया, राजा ध्रुव, भोजराम ध्रुव, सममोखन ध्रुव, बालाराम, संतोष मंडावी, यमन मंडावी, हेमंत, विक्रम, दूर्जय, मोजीराम, दौलत, रामभरोस, रत्नेश, केवल पोर्ते, रवि ध्रुव, बजरंग ध्रुव, नरेश, धनसिंग, झालाराम, चुम्मन ध्रुव, डिगेश ठाकुर, लोकेश, जितेंद्र, मेवालाल, मनोज, देवेश, दामेश, मदन, नेहरू मरकाम, नारायण पैकरा, दाउ सिंग गोंड, दीपक, निलसिंग जगत, संजय सिंह कंवर, जवाहर, सोनाराम, विकास मंडावी, तोरण मंडावी, हेमलाल मरकाम, भीषम नेताम, तिजराम, दिनेश पुडैटी, उमेन्द्र, रामदयाल, दिलेश्वर, रामावतार, योगेश नेताम, बसंत नेताम, केशो नेताम, उमेश आदि ने बधाई दी।