छत्तीसगढ़ ब्रेकिंग :- तमोर पिंगला अभ्यारण्य के रेस्क्यू सेंटर में एक और हाथी मौत,24 घंटे के अंदर 2 हाथियों की मौत वन विभाग की बढ़ी चिंता……..

प्रतापपुर :- तमोर पिंगला अभ्यारण्य के रेस्क्यू सेंटर से एक और दुःखदाई खबर सामने आई है,अज्ञात वायरस की चपेट में आये दूसरे शावक रेवा ने भी दम तोड़ दिया है।चौबीस घंटे में दोनों शावकों की मौत से वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी सदमें में तो हैं ही,बाकी हाथियों को लेकर उनकी चिंता बढ़ गई है।मौके पर अधिकारी कर्मचारी और चिकित्सकों का दल डटा हुआ है और अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है।दूसरी तरफ HV-1 वायरस की संभावनाओं के बीच अभी इसकी स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है।
गौरतलब है कि सूरजपुर जिला के प्रतापपुर के रमकोला में स्थिति रेस्क्यू सेंटर में पांच कुमकी हाथियों के साथ दो अन्य हाथियों को रखा गया है।युगलक्ष्मी और गंगा से पैदा हुए रेवा और लक्ष्मण भी हैं जिनकी मौत हो गई है।बुधवार की दोपहर में लक्ष्मण की तबियत खराब होने के बाद अज्ञात वायरस से उसके संक्रमित होने की बातें आईं थी और उस वायरस के HV-1 होने की सम्भवना व्यक्त की गई थी।तमाम कोशिशों और इलाज के बाद लक्ष्मण इस वायरस से हार गया था और गुरुवार की शाम को उसकी मौत हो गई थी।
उसकी मौत के बाद दूसरे शावक रेवा में भी संक्रमण की संभावना से उसे अलग रख इलाज किया जा रहा था,बाकी हाथियों को भी सौ मीटर दूर बांध दिया गया था और वायरल रोकने कई प्रकार के सेनेटाइजर का छिड़काव किया जा रहा था।रेवा के इलाज और संक्रमण की सम्भवना को देखते हुए और चिकितसको की टीम यहां पहुंच गई थी।सुबह तक की स्थिति में रेवा की स्थिति सामान्य लग रही थी और लग रहा था कि बीमारी नियंत्रण में है लेकिन आज दोपहर डेढ़ बजे करीब उसने भी दम तोड़ दिया।अभी HV-1 के लिए लिए गए सैम्पल की रिपोर्ट तो नहीं आई है लेकिन माना जा रहा है कि यही वायरस है क्योंकि संक्रमित होने के बाद यह तेजी से असर डालता है और सम्भलने का मौका नहीं देता।बरहाल चौबीस घंटे में दोनों शावकों की मौत से वन विभाग सकते में आ गया,अब सबसे बड़ी चिंता बाकी हाथियों को लेकर हो गई है कि वे भी संक्रमित न हो गए हों।रेवा के मौत की जानकारी सूत्रों से मिली है और किसी जिम्मेदार अधिकारी व चिकित्सको से बात न हो पाने के कारण वहां की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है।