छत्तीसगढ़ के मरवाही उपचुनाव के लिए मंगलवार को मतदान जारी है। वहीं नेताओं के बीच सोशल मीडिया पर जुबानी जंग चल रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, यह षड्यंत्रकारियों से आजाद होने का समय है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इसे सत्य और षड्यंत्र के बीच का चुनाव बताया है। दूसरी ओर जेसीसीजे अध्यक्ष अमित जोगी ने लिखा, मेरे पिता षड्यंत्रकारी नहीं थे।
सीएम बघेल बोले- गढबो नवा मरवाही-नवा छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर फिर बिना नाम लिए भाजपा और जोगी कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है, आज का दिन आपके लिए बीते 18 वर्षों से पर्दे के पीछे छिपकर षड्यंत्रकारियों द्वारा आपको नियंत्रित करने के प्रयासों से आजाद होने का समय है। घरों से निकलिए, नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने के संकल्प यज्ञ में अपनी वोट रूपी आहुति दीजिए। गढबो नवा मरवाही-नवा छत्तीसगढ़।
अमित जोगी बोले- मैं तो माफ कर दूंगा, पर मरवाही के लोग नहीं
दूसरी ओर मुख्यमंत्री बघेल के ट्वीट पर छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस अध्यक्ष अमित जोगी ने पलटवार किया है। उन्होंने लिखा, न ही मेरे पिताजी स्वर्गीय अजीत जोगी षड्यंत्रकारी थे और न ही उन्होंने किसी को 18 सालों तक गुलाम बनाए रखा। उनके स्वर्गवास के बाद भी आप सभी मर्यादाओं को लांघते हुए उन्हें लगातार अपमानित कर रहे हैं। मैं तो आपको माफ़ कर दूँगा लेकिन मरवाही के लोग कभी नहीं!
रमन सिंह ने कहा- अंधेरा छंटेगा सूरज निकलेगा
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने सोमवार रात किए अपने ट्वीट में कांग्रेस को निशाने पर लिया। हालांकि उन्होंने नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि यह चुनाव षड्यंत्र और सत्य के बीच है। दंभ की दुर्गंध को दूर करने और आपके विकास और विश्वास के लिए है। उन्होंने लिखा है, अंधेरा छंटेगा सूरज निकलेगा। मेरा आपसे निवेदन है, 3 नवंबर को निकलिए और मतदान करिए।
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन से खाली हुई है सीट
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद खाली हुई इस मरवाही सीट का दावेदार कौन होगा, इसका फैसला जनता करेगी। चुनाव के इस मैदान में 8 उम्मीदवार हैं, लेकिन सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के ही बीच है। खास बात यह है कि पहली बार मरवाही के इस चुनाव मैदान में जोगी परिवार नहीं है, ना ही उनका कोई उम्मीदवार है। हालांकि भाजपा के समर्थन देने से मुकाबला रोचक हो गया है।