होली के खास मौके पर ग्रह और नक्षत्रों का विशेष संयोग बन रहा है, ऐसा संयोग 499 साल बाद बना है, भारतीय वैदिक पंचांग के अनुसार इस बार फाल्गुन पूर्णिमा सोमवार को है, आज होलिका दहन से पहले आप जान ले शुभ मुहूर्त
भक्त प्रहलाद हिरण्यकश्यप और उनकी बहन होलिका से जुड़ी होली का दहन की पौराणिक कथा तो हम सभी जानते हैं, यही कारण है कि इस दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत से जोड़ते हैं। होलीका दान का त्यौहार इस बार 28 मार्च रविवार को है, और उसके अगले दिन 29 मार्च सोमवार को होली का त्यौहार मनाया जाएगा, जिसे धुलेंडी भी कहा जाता है. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त क्या है, दहन से पहले कैसे करें, पूजा किस राशि वाले को होलिका की अग्नि में क्या अर्पित करनी चाहिए, आज हम आपको यह पूरी जानकारी अपने इस खबर में देंगे.
यह पूजा की पूरी विधि
होलिका दहन से पहले उसकी पूजा की जाती है, पूजन सामग्री में एक लोटा गंगाजल, रोली, माला, अक्षत, धूप या अगरबत्ती, पुष्प, गुड, कच्चे सूत का धागा, साबूत हल्दी,मूंग, बताशे, नारियल एवं नई फसल के अनाज एवं गेहूं की बालियां पके चने आदि होते हैं
इसके बाद पूरी श्रद्धा से होली के चारों ओर परिक्रमा करते हुए कच्चे सूत के धागे को लपेटा जाता है, होलिका की परिक्रमा अलग-अलग जगहों में तीन या सात बार की जाती है, इसकी बाद शुद्ध जल सहित अन्य पूजा सामग्रियों को होलिका को अर्पित किया जाता है, इसके बाद होलिका में कच्चे आम नारियल सात अनाज चीनी के खिलौने नई फसल इत्यादि की आहुति दी जाती है।