बिना सहारे के कूद-कूद कर स्कूल जाती हैं बच्ची, एक पैर के सहारे रोज तय करती है 1km रास्ता…
Tricycle provided to Seema तो क्या हुआ एक पैर नहीं है …जज्बा तो है. पक्के रास्ते ना सही…पगडंडी तो है. गाड़ी ना सही पर हौसले की सवारी तो है. सोशल मीडिया पर वायरल (Viral video) हो रहा बिहार के 10 साल की सीमा खैरा का ये वीडियो कुछ ऐसा ही कह रहा है…
जिसमें एक पैर के सहारे स्कूल जाती इस लड़की (School Girl) के मजबूत इरादे की चौतरफा सराहना हो रही है.एक पैर पर 1 किलोमीटर का सफरये वीडियो बिहार के जमुई (Jamui) जिले के एक छोटे से गांव फतेहपुर का है,
Tricycle provided to Seema जहां ये बच्ची सीमा हर दिन पीठ पर बस्ता टांगे, बिना किसी सहारे के अपने एक पैर पर 1 किलोमीटर का रास्ता तय कर स्कूल जाती है. सीमा अभी गांव के ही एक सरकारी स्कूल में चौथी क्लास में पढ़ती है, और वो पढ़-लिख कर टीचर बनना चाहती है. 2 साल पहले एक सड़क हादसे में सीमा ने अपना एक पैर खो दिया और मजदूर माता-पिता के पास इतने पैसे नहीं है कि वो स्कूल जाने के लिए बच्ची के लिए कोई साधन का भी इंतजाम कर सकें.
इस जज्बे के सब कायलपढ़ाई के प्रति बच्ची के इस जज्बे के सब कायल हो रहे है…दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने उसके जज्बे को सलाम किया है तो दूसरी तरफ सोनू सूद सीमा की मदद के लिए आगे आए हैं. सोनू सूद ने ट्वीट करके कहा है कि अब सीमा अपने दोनों पैरों पर स्कूल जाएगी. टिकट भेज रहा हूं. जमुई के डीएम ने भी ट्वीट करके बताया कि सीमा को ट्राइसाइकिल मुहैया करा दी गई है.