नई दिल्ली: अवैध तरीके से भारत में घुसी पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर की तरह अब फेसबुक पर बने अपने दोस्त से शादी करने पाकिस्तान गई भारतीय महिला अंजू पर भी खुफिया एजेंसियों ने अपनी जांच शुरू कर दी है. खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि अंजू के केस में कई स्तर पर कानून का उल्लंघन हुआ है और उसे पाकिस्तान में जो ‘शानदार स्वागत’ मिला है वो पूरी तरह से प्रायोजित लग रहा है. एजेंसियों ने इस बात की भी आशंका जताई है कि इसी ‘स्वागत’ करने वाले किरदारों ने अंजू का वीजा बनवाने और उसके पाकिस्तान में दाखिल होने में मदद की थी.
खुफिया सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक अंजू को पेशेवर तरीके से भारत में ही गाइड किया जा रहा था कि किस तरीके से उसको पाकिस्तान का वीजा अप्लाई करना है और किस रास्ते के जरिए उसको पाकिस्तान में दाखिल होना है. यही वजह है कि अंजू ने भारत-पाकिस्तान सीमा अटारी सेक्टर से पाकिस्तान में दाखिल होने का रास्ता चुना क्योंकि यहां से अक्सर टूरिस्ट जो कि यूरोपियन या अमेरिकन देश के होते हैं और व्यापार के सिलसिले में लोग भारत से पाकिस्तान में दाखिल होते हैं.
सीमा को इसी तर्ज पर टूरिस्ट वीजा के तहत वाघा बॉर्डर आने को कहा गया, ताकि वहां मौजूद सुरक्षा एजेंसियों को शक ना हो कि उसका मकसद क्या है. इससे पहले भारत से पाकिस्तान गई भारतीय महिला जो कि वहां पर गायब हो गई है, वह विशेष धार्मिक यात्रा के तहत जत्थे में जाती थीं, लेकिन अंजू के लिए ऐसा कर पाना मुमकिन नहीं थे, इसलिए उसे वाघा बॉर्डर से भेजा गया.
भारतीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां अब अंजू के सोशल मीडिया अकाउंट की भी गहनता से जांच कर रही है कि पिछले 6 महीनों के दौरान वह किन-किन लोगों के संपर्क में थी. यहां तक कि पाकिस्तान के दूतावास में जब उसने वीजा के लिए आवेदन किया था तो इस दौरान उसकी किसने मदद की, यह भी जांच एजेंसी के दायरे में है. अंजू के पाकिस्तान पहुंचने पर वहां की कौन-कौन सी सुरक्षा एजेंसियों के जवान उसके साथ मौजूद है. इस पर भी जानकारी जुटाई जा रही है.
ऐसा इसलिए कि आमतौर पर जिस स्तर की सुरक्षा अंजू के साथ पाकिस्तान में है वह आम इंसान के साथ नहीं होती और ना ही विदेश से कोई शख्स आया होता है उसके साथ होती है. यहां तक कि ऊपरी दीर इलाके के पास निचले दीर इलाके में एक चीन की महिला पाकिस्तानी युवक के साथ रहने आई है… उसके साथ इस तरीके से तोहफों की बौछार नहीं की जा रही है और उसे इतनी सुरक्षा भी नहीं दी जा रही है. यही कारण है कि ये सभी बातें जांच एजेंसियों को खटक रही है.