त्योहारों में गरीबों को नहीं मिलेगा राशन! जाने वजह

रायपुर। त्योहारी सीजन में पीडीएस सिस्टम में सर्वर की मुश्किलों के चलते लाखों गरीबों को राशन नहीं मिल पाने की शिकायत पर भाजपा ने सरकार को घेरा है। भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने इसे गरीब विरोध मानसिकता करार दिया है। उन्होंने कहा कि दीपावली, भाई दूज, गोवर्धन पूजा जैसे कई त्योहार सामने है। उसके ठीक पहले सर्वर में खामी बताकर गरीबों तक राशन ना देना बेहद तकलीफदेह है.
उन्होंने कहा कि चिप्स के अधिकारी कर्मचारियों को इसी के लिए करोड़ों रुपये का वेतन दिया जा रहा है। यह सीधे सीधे गरीबों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। उन्होंने कहा कि मार्च 2020 से केंद्र सरकार ने हर परिवार में एक व्यक्ति को पांच किलो चावल देने की योजना शुरू की थी, राज्य सरकार ने उसे भी दबा दिया, उस कोटे को राज्य कोटे में समायोजित कर दिया। अब क्या गरीबों को भी समायोजित करने की कोशिश की जा रही है?(Not get ration in festivals)
वहीं पाटन के अमलेश्वर में ज्वैलर कारोबारी की हत्या के विरोध में भारतीय जनता पार्टी ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है, आज भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेस कर घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार खराब हो रही है। नियमित गस्त और पुलिस चेकिंग मजबूत होती तो ना घटना होती, और ना ही अपराधी इतनी आसानी से फरार होकर बाहर गए होते.
भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के संयोजक लाभचंद बाफना, प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता और प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिम्नानी ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि इन घटनाओं को देखकर ऐसा लगाता है कि छत्तीसगढ़ अपराधियों का गढ़ बन गया है। अगर पुलिस और प्रशासन अपना काम ठीक से नहीं करता है और इस तरह की घटनाएं नहीं रुकती है तो फिर भाजपा सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने पर मजबूर होगी.(Not get ration in festivals)