छत्तीसगढ़ म मखना भाजी ल अब्बड़ पसन करे जाथे, आओ जानबो मखना भाजी रांधे के बिधि
RJ NEWS – छत्तीसगढ़ म मखना भाजी ल अब्बड़ पसन करे जाथे। मखना भाजी ह सरीर बर अबड़ गुनकारी होथे। एकर थोरअक गुरतुर सुवाद ह सब झन ल बड़ पसन आथे। मखना भाजी ल चना दार, पताल, रहे ले झुनकी तरोई नई त करील म रांधे ले भारी मीठा जाथे।
त करना काहे तेला हमन बताबो।
जिनिस
मखना भाजी के जिनिस
आधा सूपा मखना पान
एक कटोरी करील
एक ठी झुनकी तरोई
एक मुठा चना के दार
दू ठ पताल
बघारे ब लाल मिर्चा अउ लसुन
दु चम्मस तेल
सुवाद बर नून
मखना भाजी रांधे के बिधि
मखना भाजी ल पऊल के धो लेना हे
सबले आघू जम्मो मखना भाजी ल छोटे छोटे टोर के निमेर लेना हे। तहाँ ले ओला पऊल के बने धो लेना हे जेमा एक्को ठ कांकर झन रहय। अब झुनकी तरोई ल घलो छोल के पऊल लिहा अउ एक कटोरी करील ल बढ़िया गरम पानी म बोर के मढ़ा दिहा।
भाजी म पताल ल डारना हे
साग के इही सब तईयारी करे के बेर म कराही म एक मुठा चना के दार ल चूरे बर मढ़ा देहे रईहा। जब दार ह अधकुचरा चूरे रही त ओमा भाजी, तरोई अउ करील ल ओईर दिहा (माने डार दिहा) अउ ढाँक दिहा।
भाजी ल बघारे ब हेर लेना हे
थोकन बेर म जब भाजी ह आधा चूरे रही त ओमा नून तहाँ ले पताल ल रिमंज के डार दिहा। अब जब भाजी पताल मन मस्त लदलद ले चूर जाहीं तहाँ ले ओला उतार के तेल ल चढ़ा देना हे।
फोरन लाल मिर्चा अउ लसुन के
अब गरम तेल सुक्खा मिर्चा अउ लसुन के फोरन देके भाजी ल बघार लेना हे।
अब मस्त हमर मखना भाजी ल भात अउ लाई बरी के संग म खाहा अउ नई मिठाही त कईहा।