महेसाणा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि स्थिर सरकार देने वाली जनता की शक्ति के कारण ही देश में तेजी से विकास हो रहा है और दुनिया भर में इसकी प्रशंसा हो रही है। गुजरात के महेसाणा जिले के खेरालु में 5,950 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि जब वह संकल्प लेते हैं, तो उसे पूरा करते हैं।
मोदी ने कहा कि गुजरात ने अनुभव किया है कि कैसे लंबे समय तक स्थिर सरकार बने रहने से एक के बाद एक फैसले लेने में मदद मिली है, जिससे राज्य को फायदा हुआ है। इससे पहले खेरालु में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए और प्रधानमंत्री को लेकर आ रहे हेलीकॉप्टर के आयोजन स्थल के पास एक अस्थायी हेलीपैड पर उतरते ही खुशी से झूम उठे।
बाद में, एक खुली कार में खड़े होकर मोदी ने कार्यक्रम स्थल की ओर जाते समय भीड़ का हाथ हिलाकर अभिवादन किया और कई लोगों ने अपने मोबाइल फोन कैमरों से इस पल को कैद करने की कोशिश की। इस मौके पर लोगों ने ‘देखो-देखो कौन आया, गरीबों का मसीहा आया’ और ‘महिलाओं का अधिकार-मोदी है तो मुमकिन है’ जैसे नारे लगाए।
जब भीड़ के बीच से वह मंच की ओर बढ़ रहे थे तो कलाकारों की एक मंडली प्रधानमंत्री के वाहन के सामने पारंपरिक नृत्य करते हुए चल रही थी। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल भी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के साथ थे।
मोदी ने कहा, ‘‘देश में जिस तेजी से विकास हो रहा है और दुनिया में भारत की प्रशंसा हो रही है, उसकी जड़ में जनता की वह शक्ति है जिसने देश में स्थिर सरकार दी है।’’ उन्होंने कहा कि लोग अच्छी तरह जानते हैं कि विकास की बड़ी परियोजनाओं, साहसिक फैसले लेने और गुजरात के तेज विकास के पीछे पिछले कई वर्षों में रखी गई मजबूत नींव है।
उन्होंने कहा, ‘‘और आप अपने नरेन्द्र भाई को जानते हैं, आप मुझे प्रधानमंत्री के बजाय अपने नरेन्द्र भाई के रूप में देखते हैं। और आप अपने नरेन्द्र भाई को जानते हैं, एक बार जब वह संकल्प लेता है, तो वह उसे पूरा करता है।’’ मोदी ने कहा कि अब तक पूर्वी और पश्चिमी सर्मिपत माल गलियारे के 2,500 किलोमीटर लंबे मार्ग पर काम पिछले नौ वर्षों में पूरा हो चुका है, जिसके कारण यात्री और मालगाड़ियों दोनों को लाभ मिल रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘अंतिम स्टेशन तक इसका लाभ पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।’’ प्रधानमंत्री ने डेयरी क्षेत्र में महिलाओं के योगदान का भी उल्लेख किया और कहा कि उनकी कड़ी मेहनत के कारण उनकी घरेलू आय स्थिर हुई है।
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर गुजरात में सैकड़ों नए पशु चिकित्सालय स्थापित किए गए हैं क्योंकि हम पशुओं (गोवंश) की क्षमता को समझते हैं। हमारा ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि पशु स्वस्थ रहें, उन्हें उचित सेवा मिले ताकि उनके दूध का उत्पादन बढ़े।’’
उन्होंने कहा कि सरकार ने पशुओं के मुफ्त टीकाकरण के लिए लगभग 15,000 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं। उन्होंने डेयरी किसानों से अपने जानवरों का टीकाकरण कराने का अनुरोध भी किया। मोदी ने कहा कि पिछले दो दशकों में राज्य में 800 से अधिक नई ग्रामीण महिला सहकारी समितियों की स्थापना की गई है और बायोगैस विकसित करने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हरित हाइड्रोजन क्षेत्र में उत्तर गुजरात क्षेत्र भी बड़ी भूमिका निभाएगा। मोदी ने कहा कि उन्होंने उत्तर गुजरात, गुजरात के तटीय और आदिवासी क्षेत्रों को बदलने का संकल्प लिया है। इसके लिए उन्होंने संपर्क और ंिसचाई के लिए पानी की आपूर्ति पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘इसकी वजह से गुजरात औद्योगिक विकास की ओर बढ़ा है… नर्मदा का पानी जो समुद्र में बर्बाद हो जाता था आज आपके खेत तक पहुंचता है। हमने एक ऐसा गुजरात बनाया है जहां 20 से 25 साल के युवाओं को अपने माता-पिता के सामने आयी कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ा ।’’ उन्होंने कहा कि विभिन्न परियोजनाओं के कारण, लगभग दो दशकों में ंिसचाई का क्षेत्र कई गुना बढ़ गया और ड्रिप ंिसचाई तथा नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने से किसानों को कई नई प्रकार की फसलों की खेती की संभावनाओं को बढ़ाने में मदद मिली।
उन्होंने कहा कि उत्तरी गुजरात के ईसबगोल और आलू की दुनिया में अच्छी मांग है, क्षेत्र में आलू प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर गुजरात के क्षेत्र में भी तेजी से औद्योगिकीकरण हुआ है, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार पैदा करने और प्रवासियों को आर्किषत करने में मदद मिली है।
उन्होंने कहा कि उत्तर गुजरात भी सौर ऊर्जा का लाभ उठा रहा है और यह क्षेत्र लॉजिस्टिक्स के लिए एक बड़े केंद्र के रूप में भी उभरेगा। एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि मोदी द्वारा शुरू की गई परियोजनाएं भारतीय रेलवे, गुजरात रेल अवसंरचना विकास निगम (जीआरआईडीई), राज्य जल संसाधन और जल आपूर्ति विभागों, सड़कों और भवनों और शहरी विकास विभागों सहित कई सरकारी विभागों से संबंधित हैं।
इसमें कहा गया है कि मोदी ने जिन क्षेत्रों में विकास पहलों की शुरुआत की है उनमें मेहसाणा, अहमदाबाद, बनासकांठा, साबरकांठा, महिसागर, गांधीनगर और पाटन जिले शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) के नए खंडों, वीरमगाम-सामाखियाली रेल लाइन के दोहरीकरण, साथ ही ग्रामीण झीलों के पुनर्भरण के लिए एक परियोजना, साबरमती नदी पर एक बैराज के निर्माण और पेयजल और सीवेज जल उपचार के लिए परियोजनाओं सहित रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने विभिन्न ंिसचाई परियोजनाओं, सड़कों के चौड़ीकरण और सीवेज उपचार संयंत्रों की आधारशिला भी रखी।