यूपी के बलिया में एक अजब मामला सामने आया है। जहां एक युवती की शादी तय तिथि व समय से हो रहा था। बरात आई, मंत्रोच्चार के बीच द्वारपूजा हुई। इसके बाद दूल्हा वरमाला के लिए बने स्टेज पर जाकर अपनी दुल्हनियां का इंतजार करने लगा। थोड़ी देर के बाद सजी-संवरी दुल्हन भी शादी के जोड़े में स्टेज पर पहुंच गई, तभी दृश्य बदल गया।
ऐन मौके पर दुल्हन ने सामने खड़े दूल्हे को वरमाला डालने से इंकार कर दिया। वह दूल्हे की बजाय अपने प्रेमी से विवाह की जिद पर अड़ गई। पुलिस की मौजूदगी में घंटों चली पंचायत में भी मामला नहीं सलट सका। लिहाजा रात में ही बारात बैरंग वापस लौट गयी।
ये मामला बैरिया थाना क्षेत्र का है। जहां एक व्यक्ति की दो बेटियों की एक साथ शादी तय थी। सोमवार को बड़ी बेटी की बारात सहतवार इलाके से, जबकि दूसरी की कानपुर से आयी थी। दोनों बारात अलग-अलग जनवासे में थी। एक के बाद एक दोनों का द्वारपूजा हुआ। बड़ी लड़की का पहले वरमाल हो गया।
अब छोटी लड़की का वरमाला होने जा रहा था । स्टेज पर दूल्हा-दुल्हन दोनों थे। बाराती व घराती पक्ष सामने कुर्सी पर बैठे थे। महिलाएं मंगलगीत गा रही थीं। लड़के के दोस्त और लड़की के घर की महिलाएं व युवतियां वरमाल कराने को तैयार थीं।
लेकिन देखते ही देखते नजारा बदल गया। दुल्हे को वरमाला डालने के लिए दुल्हन ने इंकार कर दिया। लोगों की मानें तो स्टेज के सामने लड़की का प्रेमी भी मौजूद था। कुछ लोगों ने युवक को वहां से हटा दिया। बावजूद इसके लड़की जयमाल डालने को राजी नहीं हो सकी। उसका कहना था कि वह जिस लड़के से प्रेम करती है, शादी भी उसी से करेगी।
काफी मान-मनव्वल के बाद भी जब बात नहीं बनी तो मामले से पुलिस को अवगत कराया गया। पुलिस ने भी प्रयास किया, लेकिन दूल्हन के बालिग होने का हवाला देकर पुलिसकर्मी वापस लौट गये। इसके बाद थाने पर घंटो पंचायत हुई लेकिन लड़की अपने प्रेमी से विवाह की जिद पर अड़ी रही।
इसके बाद बारात बगैर दुल्हन के वापस लौट गयी। लोगों का कहना है कि लड़की की शादी की रस्म पूरी हुई तथा उसकी विदाई भी हो गयी। एसओ धर्मवीर सिंह का कहना है कि लड़का-लड़की के बालिग होने के चलते समझा-बुझाकर मामला सलटाने का प्रयास किया गया। हालांकि लड़की शादी के लिए तैयार नहीं हो सकी।