
बलरामपुर: बलरामपुर जिले के सोहेलवा क्षेत्र में जंगल के पास बच्चों के साथ खेलने गई आठ वर्षीय एक आदिवासी बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया। उसका क्षत—विक्षत शव जंगल में पाया गया है। पिछले एक माह के दौरान तेंदुए के हमलों की घटनाओं में पांच बच्चों की मौत हो चुकी है। (death of five children)
क्षेत्रीय वन अधिकारी मनोज कुमार ने सोमवार को बताया कि पचपेड़वा विकास खंड के भगवानपुर कोडर गांव में चंद्र प्रकाश नामक व्यक्ति की आठ वर्षीय बेटी अनुष्का पास—पड़ोस में रहने वाले बच्चों के साथ रविवार को खेलने गई थी, तभी झाड़ियों में छिपकर बैठे तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया और जबड़े से पकड़कर उसे उठा ले गया। बच्चों की चीख पुकार सुनकर आसपास मौजूद ग्रामीण मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक तेंदुआ बच्ची को लेकर जंगल के अंदर जा चुका था। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों के साथ बच्ची की तलाश शुरू की। देर शाम उसका क्षत विक्षत शव जंगल में पाया गया।
कुमार ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
जिलाधिकारी अरविंद सिंह ने बताया कि वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया है। तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाने और अन्य उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। (death of five children)
उन्होंने बताया कि शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पीड़ित परिवार को मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रभागीय वन अधिकारी सैम मारन एम. ने बताया कि ग्रामीणों के सहयोग से गन्ने के खेतों व आसपास हांका लगवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तेंदुए का पता लगाने के लिये कैमरे लगाए जा रहे हैं।इलाकाई ग्रामीणों के मुताबिक, पिछले एक माह के दौरान जिले में तेंदुए के हमले की घटनाओं में दो लड़कियों समेत पांच बच्चों की मौत हो चुकी है। इससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है और ग्रामीण अपने बच्चों को स्कूल भेजने से भी डर रहे हैं।