
नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में एक 12 साल के लड़के के साथ उसके चचेरे भाई समेत उसके तीन नाबालिग दोस्तों ने कथित तौर पर मारपीट की और उसके साथ दुराचार किया। एक अधिकारी ने रविवार को ये जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, तीन आरोपियों में से दो को पकड़ लिया गया है और उनमें से एक को किशोर न्याय बोर्ड के सामने भी पेश किया गया। अधिकारी के अनुसार घटना 18 सितंबर की है लेकिन उन्हें 22 सितंबर को एलएनजेपी अस्पताल से सूचना मिली कि तीन दिन पहले हुई शारीरिक प्रताड़ना के चलते करीब 10 साल के एक लड़के को भर्ती कराया गया है.(misbehaved with minor brother)
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पुलिस उपायुक्त (पूर्वोत्तर जिला) संजय कुमार सेन ने कहा, तुरंत पुलिस की एक टीम अस्पताल पहुंची और बच्चे के माता-पिता से मिली, लेकिन उन्होंने कोई बयान देने से इनकार कर दिया। डीसीपी ने कहा कि परिवार ने 24 सितंबर तक बयान नहीं दिया, जबकि जांच अधिकारी ने उनसे नियमित रूप से संपर्क किया। 24 सितंबर को पुलिस द्वारा सखी से काउंसलर की व्यवस्था की गई और घायल बच्चे की मां की काउंसलिंग की गई.
डीसीपी ने कहा, बच्चे की मां ने खुलासा किया कि 18 सितंबर को उसके बेटे को उसके तीन दोस्तों ने शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया और उसके साथ दुराचार किया। जिसके बाद, पुलिस ने पोक्सो अधिनियम की धारा 6 के साथ पठित भारतीय दंड संहिता की धारा 377 और 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज की और घटना की जांच शुरू कर दी.
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जांच के दौरान सामने आया कि पीड़ित और आरोपी लड़के पड़ोसी और दोस्त थे और वे एक ही उम्र के यानी 10-12 साल के हैं। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, आरोपियों में से एक पीड़ित बच्चे का रिश्तेदार (चचेरे भाई) है। साथ ही, वे एक ही समुदाय से हैं और न्यू सीलमपुर झुग्गियों में रहते हैं।
इस बीच, इस घटना को सबसे पहले दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सामने लाया। घटना का संज्ञान लेते हुए, मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को एक नोटिस में कहा कि शिकायतकर्ता ने बताया है कि, 18 सितंबर को 3 लोगों ने उनके बच्चे के साथ सामूहिक दुराचार किया, जिन्होंने उसके निजी अंगों में रॉड भी डाली।
डीसीडब्ल्यू प्रमुख ने दिल्ली पुलिस द्वारा की गई विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट के साथ-साथ एफआईआर की कॉपी 28 सितंबर तक देने की मांग की। गौरतलब है कि पीड़ित बच्चे का अभी भी इलाज जारी है.(misbehaved with minor brother)