
प्रतापपुर कि जनता को पूरा भरोसा था कि भूपेश हैं तो भरोसा है प्रतापपुर को जिला बनाने कि घोषणा जरुर करेंगे। पर शायद अभी प्रतापपुर कि तकदीर में जिला बनना नहीं लिखा है। 6 मई को प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल प्रतापपुर क्षेत्र का दौरा करने के बाद स्थानीय विश्राम गृह में रात्रि कालीन विश्राम के लिए ठहरे थे.
जहां रात्रि में प्रतापपुर कि जनता कि समस्याओं से रुबरु होने के लिए उन्होंने जन संवाद कार्यक्रम रखा था। कार्यक्रम में उन्होंने कई लोगों कि समस्याओं का तत्काल निराकरण .
मगर जब ऐतिहासिक महत्व वाले मंदिरों कि नगरी व सरगुजा जिले कि राजधानी रह चुके प्रतापपुर विधानसभा को जिला बनाने की मांग को लेकर प्रतापपुर के व्यापारी संघ, सामाजिक संगठन, ब्राह्मण समाज, कांग्रेस जनप्रतिनिधि मंडल, जिला एवं जनपद पंचायत प्रतिनिधि मंडल, अधिवक्ता संघ व बड़ी संख्या में आमलोगों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए प्रतापपुर को जिला बनाने कि गुहार लगाई तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं किया.
जिसके कारण दशकों से प्रतापपुर को जिला बनाने कि मांग कर रहे क्षेत्रवासियों का जिला न बनने का दर्द और गहरा हो गया। बता दें कि ग्राम पंचायत गोविंदपुर में भी मुख्यमंत्री कि जनसभा के दौरान कई ग्रामीण महिलाओं ने प्रतापपुर को जिला बनाने की मांग रखी थी मगर मुख्यमंत्री ने वहां भी कोई जवाब नहीं दिया था.