
गूगल ने एक ऐसा ज़रूरी अपडेट पेश किया है, जिससे यूज़र्स को अलर्ट होने की ज़रूरत है। मालूम चला है कि Google उन अकाउंट को हटा देगा, जिन्हें 2 सालों से इस्तेमाल या साइन इन नहीं किया गया है। गूगल ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कंफर्म कर दिया कि गूगल इनएक्टिव अकाउंट और उसके सभी कंटेंट जैसे कि जीमेल, डॉक्स, ड्राइव, मीट, कैलेंडर, यूट्यूब और Google फोटो को डिलीट कर देगा। (Google is going to remove these accounts)
यूजर्स को निजी जानकारी का खतरा
गूगल ने बताया है कि ऐसा करने का मकसद यूज़र्स की सिक्योरिटी है। ब्लॉग पोस्ट में बताया गया कि इनएक्टिव अकाउंट सेफ नहीं होते हैं, और अगर ऐसे अकाउंट्स के साथ थोड़ी सी भी छेड़छाड़ कर दी जाए तो यूज़र्स की निजी जानकारी पर खतरा हो सकता है।
Google ने अपने इंटरनल रिपोर्ट का हवाला देते हुए ये भी बताया है कि टू-स्टेप-वेरिफिकेशन सेट करने के लिए एक्टिव अकाउंट की तुलना में इनएक्टिव अकाउंट की संभावना कम से कम 10 गुना कम हो जाती है। इसका मतलब ये है कि ये अकाउंट असुरक्षित रहते हैं, और अगर हैक किया जाता है तो यूज़र की पहचान को साइबर अपराधों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस साल दिसंबर से जीमेल अकाउंट्स डिलीट करेगा गूगल
गूगल ने ब्लॉग पोस्ट के जरिए बताया कि इनएक्टिव अकाउंट पॉलिसी आज से ही प्रभावी हो गई है, लेकिन तुरंत इनएक्टिव अकाउंट को डिलीट नहीं किया जाएगा। कंपनी दिसंबर 2023 से इस तरह के अकाउंट्स को डिलीट करना शुरू करेगी। जीमेल अकाउंट डिलीट होने के साथ ही यूजर्स मेल, गूगल ड्राइव, डॉक्यूमेंट, गूगल फोटोज सहित उस अकाउंट से जुड़ी गूगल सर्विस को यूज नहीं कर पाएंगे। हालांकि, इस पॉलिसी के तहत केवल इंडिविजुअल अकाउंट डिलीट होंगे। किसी स्कूल, ऑर्गेनाइजेशन या बिजनेस के अकाउंट्स डिलीट नहीं किए जाएंगे। (Google is going to remove these accounts)
ऐसे बचा सकते हैं अपना अकाउंट
पोस्ट में, Google ने कुछ ऐसी चीज़ों को लिस्ट कर दिया है, जिससे यूज़र्स ये सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनका Google अकाउंट एक्टिव रहे। इसमें शामिल है-ईमेल पढ़ना या भेजना, Google ड्राइव का इस्तेमाल करना, YouTube वीडियो देखना, Google Play Store पर एक ऐप डाउनलोड करना, Google सर्च का इस्तेमाल करना। किसी थर्ड-पार्टी ऐप या सर्विस में साइन इन करने के लिए Google से साइन इन का इस्तेमाल करना।
ये जानना ज़रूरी है कि नई पॉलिसी सिर्फ पर्सनल Google अकाउंट पर लागू होती है, और यह स्कूलों या बिज़नेस जैसे संगठनों के अकाउंट को प्रभावित नहीं करेगी। गूगल की ये पॉलिसी तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगी, और Google इस साल दिसंबर से अकाउंट को हटाना शुरू कर देगा।