अपडेट :- बोरवेल में फंसे बच्चे के पास पहुंचने में रेस्क्यू टीम 3 मीटर दूर , कुछ घंटो में राहुल होंगे हमारे बिच, मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट जाने क्या है स्थिति

जांजगीर चांपा अपडेट: Children trapped in borewell बोरवेल में फंसे बच्चे को बचाने रेस्क्यू दल खुदाई कर रहा है. राहुल अभी सो रहा है. सुबह 5 बजे 2 केला और फ्रूटी दिया गया था. उसने केला भी खाया और फ्रूटी भी पिया था. सुरंग के रास्ते में बड़ी चट्टान आने के कारण मशीन असफल साबित हो रही है. हाथ से खुदाई की जा रही है. लगभग 10 फीट की और खुदाई करनी है.
Children trapped in borewell कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला सेना, एनडीआरएफ और एसईसीएल के अधिकारियों से सलाह ले रहे हैं. रणनीति पर लगातार चर्चा चल रही है. एक बड़ी हैंड ड्रिलिंग मशीन भी लाई गई है जिससे चट्टान को काटा जा रहा है. ज्यादा बड़ी मशीन से आसपास कंपन की संभावना बढ़ने के कारण राहुल के लिए खतरा हो सकता है. सूझबूझ और एक्सपर्ट के साथ चर्चा कर फैसला लिया जा रहा है.
भूपेश बघेल ने किया ट्वीट
Children trapped in borewell मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार बच्चे के बारे में जांजगीर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से मिनट टू मिनट जानकारी ले रहे है और उनके परिजन से भी भूपेश बघेल बात कर रहे है मुख्यमंत्री ने सुबह 8 बजे ट्वीट करते हुए लिखा की जांजगीर कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला का कहना है कि इस अभियान में यह अच्छी बात है कि राहुल अभी एक्टिव है, हमारा भी रेस्क्यू चल रहा है। जो अभी 3 मीटर की दूरी में राहुल फसा हुआ है। लेकिन कठोर चट्टान की वजह से ही कुछ दिक्कत है।
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रोबोट बच्चे को पकड़ने में कामयाब नहीं हो पाया
छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले के पिहरीद गांव में बोरवेल में गिरे 10 साल के राहुल को निकालने में कामयाबी नहीं मिल सकी है। सुबह 7 बजे तक बच्चे को गिरे 60 घंटे हो चुके हैं। रात के वक्त राहुल सो गया था। मूवमेंट नहीं होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन बंद करना पड़ा। इस बीच सुबह करीब 5 बजे जब मूवमेंट हुआ तो उसे खाने के लिए फ्रूटी और केले दिए गए। कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि राहुल अभी 3 मीटर की दूरी में फंसा हुआ है। चट्टान की वजह से टनल बनाने में दिक्कत आ रही है। कोई भी मशीन लगाने से पहले बच्चे के बारे में सोच कर ही कदम उठाया जा रहा है बोरवेल के बगल में रविवार की शाम 50 फीट से ज्यादा गहरा गड्ढा खोदा गया। बोर में रोबोट उतारा गया था। इसके बाद टेट्रा स्ट्रक्चर बनाकर बोर में उतारा गया, लेकिन रोबोट बच्चे को पकड़ने में कामयाब नहीं हो पाया। इसके बाद टनल की खुदाई शुरू की गई, लेकिन बीच में बड़ी चट्टान आ गई। रात 11 बजे तक 10 फीट टनल खोदने का काम बाकी था। जो सुबह 9 बजे तक 3 मीटर बचा।
अब तक क्या-क्या हुआ
बच्चा शुक्रवार दोपहर 2 बजे के आसपास गायब हुआ। उसका कुछ पता नहीं चल रहा था।
बच्चे को ढंढने के दौरान माता-पिता को बोरवेल से आवाज आई।
डायल 112 को सूचना दी गई। प्रशासनिक अमले को इसकी जानकारी मिली।
शुक्रवार शाम 5 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
देर शाम फिर कलेक्टर, एसपी की मौजूदगी में जेसीबी से खुदाई का काम शुरू किया गया। SDRF, NDRF की टीम पहुंची।
देर रात तक सेना के जवान भी मौके पर पहुंच गए थे।
शनिवार को रोबोट इंजीनियर महेश अहीर को बुलाया गया। मगर बच्चे को रोबोट से निकालने का प्रयास असफल रहा।
शनिवार को ही रस्सी से भी बच्चे को निकालने का प्रयास किया गया। वह भी असफल रहा।
मुख्यमंत्री ने शनिवार और रविवार दोनों दिन बच्चे के परिजनों से बात की।
रविवार को माइनिंग एक्सपर्ट को बुलाया गया। फिर टनल बनाने का काम शुरू किया गया।
चट्टान बीच में आ गई, जिसे तोड़ा जा रहा है।
बड़ी मशीन से ड्रिलिंग का काम रोक दिया गया। अब छोटे मशीन से ही ड्रिल किया जा रहा है।
बड़ी ड्रिल मशीन से खुदाई नहीं कर सकते, कंपन का खतरा
बीच में चट्टान की वजह से रेस्क्यू टीम को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। बड़ी ड्रिल मशीन का उपयोग भी नहीं किया जा रहा, क्योंकि इससे आसपास कंपन होने की संभावना है। इससे राहुल को परेशानी हो सकती है। बाकी का काम छोटी ड्रिल मशीन और हाथी के खुदाई के जरिए किया जा रहा था, लेकिन छोटी मशीन से भी परेशानी हो रही है। इसलिए बिलासपुर से ऐसी मशीन को बुलाया गया हैै, जो आकार में बड़ी मशीन से छोटी है। अब इसी मशीन से टनल बनाई जा रही है.
राहुल साहू (10) का शुक्रवार दोपहर 2 बजे के बाद से कुछ पता नहीं चला। जब घर के ही कुछ लोग बाड़ी की तरफ गए तो राहुल के रोने की आवाज आ रही थी। गड्ढे के पास जाकर देखने पर पता चला कि आवाज अंदर से आ रही है। बोरवेल का गड्ढा 80 फीट गहरा है। ये भी बताया गया है कि बच्चा मूक-बधिर है, मानसिक रूप से काफी कमजोर है। जिसके कारण वह स्कूल भी नहीं जाता था। घर पर ही रहता था। पूरे गांव के लोग भी 2 दिन से उसी जगह पर टिके हुए हैं, जहां पर बच्चा गिरा है। राहुल अपने मां-बाप का बड़ा बेटा है। उसका छोटा भाई 2 साल छोटा है। पिता की गांव में बर्तन दुकान है.