प्रतापपुर – रोजगार गारंटी योजना से बने 128 शौचालय गायक जांच में जुटी पुलिस…जाने क्या है पूरा मामला…

प्रतापपुर विकासखंड का विवादित ग्राम पंचायत बोगा एक बार फिर से सुर्खियों में है पूर्व में एक भ्रष्टाचार के मामले में सरपंच और सचिव निलंबित हुए थे वहीं सरपंच हाई कोर्ट से स्टे लाकर फिर से बहाल तो हो गया है लेकिन सचिव अभी भी निलंबित है वही ग्राम पंचायत बोगा निवासी जगनारायण सिंह ने कलेक्टर सूरजपुर जिला पंचायत सीईओ एस डी एम प्रतापपुर जनपद पंचायत प्रतापपुर सीईओ को एक आवेदन देकर फिर से एक नया भ्रष्टाचार का खुलासा किया है।
जिसमें उसने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत बने 128 शौचालय गायब हो गए हैं जिसकी जांच जनपद पंचायत प्रतापपुर के पंचायत इंस्पेक्टर राधेलाल पैकरा व स्वच्छ भारत मिशन के कोऑर्डिनेटर लतीफ खान ने ग्राम पंचायत बोगा में जाकर किया था जांच में ग्राम पंचायत में शौचालय बना नहीं पाया गया था।
और जांच प्रमाणित भी हो गई थी लेकिन उसके बाद भी 1 वर्ष पूर्व हुए जांच में अब तक कार्रवाई नहीं होने पर ग्राम पंचायत बोगा निवासी जगनारायण सिंह ने फिर से कलेक्टर सूरजपुर गौरव कुमार सिंह जिला पंचायत सीईओ राहुल देव गुप्ता एसडीएम प्रतापपुर का निशान जनपद पंचायत सीईओ निजामुद्दीन को आवेदन देकर पूर्व में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार में हुए जांच में प्रमाणित भ्रष्टाचार पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई हे जो कहीं ना कहीं जांच अधिकारियों की ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव से मिलीभगत साफ प्रतीत होता है
इसी को लेकर ग्रामीण ने आवेदन दिया है आखिर शौचालय निर्माण में जांच प्रमाणित होने के बाद आखिर ऐसी कौन सी मजबूरी थी जिससे अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की ग्रामीणों के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए शौचालय भी अधूरे थे जिसे बरसात के बाद ढक्कन वगैरह लगाने के बात सरपंच सचिव ने जांच के दौरान लिखित आवेदन देकर कहा था लेकिन उसे भी अब तक पूरा नहीं किया।
भ्रष्टाचार का एक नया मामला फिर से देखने को मिला है पूर्व में विधवा कैलाश ओने फर्जी बिल लगाकर परेशान करने का आरोप लगा पैसा नहीं मिलने की शिकायत की थी जिसमें जांच प्रमाणित हो गई थी लेकिन अभी तक उक्त विवाद उक्त महिला को पैसा नहीं मिल पाया है अब देखना है कि जिला प्रशासन इसमें टाइप के भ्रष्टाचार में क्या कार्रवाई करती है