
नवापारा राजिम :- इस वर्ष पर्वाधिराज पर्युषण पर्व 10 सितंबर से 19 सितंबर तक हर्सोल्लास एवं भक्ति-भाव पूर्वक सम्पन्न हुए । इस महामंगलमय पर्व के अवसर पर अपनी रसना इन्द्रिय पर संयम कर दस दिनों तक उपवास करने वालों की मानो होड़ सी लग गयी थी । सभी की भावना पर्व को संयम पूर्वक पूर्ण करने की थी । इस वर्ष उपवास के प्रति बच्चों में विशेष उत्साह था, यही वजह रही कि उपवास की तपस्या करने वाले 14 लोगों में 9 बच्चे शामिल थे ।
सोलहकारण के एक माह के उपवास:- विमल सिंघई ,
ममता जैन ने दसलक्षण के साथ ही रत्नत्रय के भी उपवास पूर्ण किये । दस उपवास करने वालों में :- वर्षा जैन, संगीता जैन, रिंकी जैन , सौम्या चौधरी, श्रेया नाहर, मुस्कान(कृति) जैन, गाथा गंगवाल, आरोही जैन, अनुभव जैन, हर्षित जैन एवं दक्ष पहाड़िया शामिल हैं । रत्नत्रय के तीन उपवास चिराग पहाड़िया द्वारा पूर्ण किये गए ।
समाज द्वारा सभी तपस्वियों की सामूहिक पारणा कराई गई एवं सभी का अभिनंदन किया गया ।
सदैव सामाजिक, धार्मिक एवं नगर की हर गतिविधियों में आगे रहने वाले, सभी को सर्वप्रथम शुभकामनाएं प्रदान करने वाले, छत्तीसगढ़ समाज गौरव से सम्मानित डॉ राजेन्द्र गदिया द्वारा सभी तपस्वियों के बहुमान करने की भावना भायी, इसको कार्यरूप परिणित किया उनके परिजनों ने ।
तपस्वियों की परीक्षा होती है यह तो सभी जानते हैं, पर उनका बहुमान करने वालों की भी परीक्षा होते देखने का शायद यह पहला अवसर होगा ।
कार्यक्रम प्रारम्भ होने के पूर्व ही मेघराज मेहरबान हो गए और बारिश रूपी आशीष से सभी को सराबोर कर दिया । उपस्थित लोगों ने यह आशीष स्वीकार कर भगवान की भक्ति प्रारम्भ कर दी । भक्ति का प्रभाव की कुछ ही समय में मौसम खुशनुमा हो गया । जैसे जैसे भक्ति में उमंग आती गयी वैसे-वैसे श्रावक गण भी आते गए । जिससे या कार्यक्रम अपनी उत्कृष्टता कि ओर पग बढ़ाता गया ।
भक्ति के मध्य में सभी तपस्वियों का बहुमान भजनों की सुर लहरियों के बीच पगड़ी पहनकर एवं सम्मान पत्र प्रदान कर डॉ. गदिया परिवार द्वारा किया गया । उपस्थित जन समूह ने करतल ध्वनि से अपनी अनुमोदना प्रकट करते हुए जयकारों से वातावरण को गुंजायमान कर दिया ।
तपस्वियों का बहुमान डॉ. राजेन्द्र – सुरेखा गदिया डॉ.समर्पण-प्रियंका गदिया
चि. अर्पण – रूपल गदिया
विमला एवं कविता गदिया ने किया ।
आज ऐसा एक विशेष संयोग रहा कि आज ही हमारे समाज की चार बहुओं वर्षा जैन, प्रीति, पूजा पहाड़िया एवं पोपल रांवका का जन्मदिन भी था । सभी बहुओं को जन्मदिन की बधाई सभी ने प्रदान की एवं गदिया परिवार द्वारा उनका भी अभिनंदन किया गया ।
तपस्वियों के बहुमान के पश्चात सभी ने पुनः भक्ति संध्या का आनंद लिया । तपस्या करने वालों की अनुमोदना ऐसा आयोजन पहली बार देखने मिला ।
उपस्थित जनसमुदाय ने गदिया परिवार के इस आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा की और भविष्य में भी ऐसे ही रुचिकर आयोजन करने की भावना भायी ।