
राजिम: छत्तीसगढ की प्रसिद्ध त्रिवेणी संगम राजिम कुंभ कल्प मेला का दृष्य अत्यंत सुहावना हो गया है। राजिम पुल से लेकर बेलाही घाट पुल एवं चौबेबांधा पुल तक लाइटों की रोशनी से जगमग दिख रहा है। आने वाले श्रध्दालुओं को तकलीफ न हो इस बात ध्यान रखते हुए मेला प्रशासन ने सड़को पर लाइट लगाकर व्यस्थित कर दिया है।
दूसरी ओर नदी की रेत पर तकरीबन पांच किलोमीटर की दूरी तक अस्थाई शहर बसा हुआ है। प्रयाग नगरी के प्रथम दर्शन मामा-भांचा मंदिर से लेकर सीधे कुलेश्वरनाथ महादेव एवं लोमष ऋषि आश्रम के पिछला भाग से होते हुए नेहरू घाट नवापारा से अटल घाट राजिम तक अस्थाई रेत की सड़कें बनाई गई है। वाहनां के लिए पत्थर बिछाकर आवागमन को व्यस्थित किया गया है। इस बार सड़को की चौड़ाई 15 की जगह 20 फीट कर दी गई है इससे श्रध्दालुओ को घुमने में