
प्रतापपुर।मेजर ध्यानचंद के जन्मोत्सव पर दो दिवसीय ब्लॉक स्तरीय विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।प्रतापपुर में आयोजित इन प्रतियोगिताओं में विभिन्न विभिन्न स्कूल के बच्चों ने भाग लिया,एकल और सामूहिक खेल प्रतियोगिताओं में शामिल टीम व खिलाड़ियों को पुरस्कृत भी किया गया।यहां चयनित टीमें व खिलाड़ी अब जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
कलेक्टर सूरजपुर गौरव सिंह के निर्देश पर हाइस्कूल के खेल मैदान में एकल व सामूहिक प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं जिनमें कबड्डी प्रतियोगिता के बालक वर्ग में विजेता कालिदास महाविद्यालय,उपविजेता बालक हायरसेकंडरी स्कूल प्रतापपुर,बालिका वर्ग में विजेता हायरसेकंडरी स्कूल गोविंदपुर,उप विजेता हायरसेकंडरी स्कूल सोनगरा की टीम रही।खो खो प्रतियोगिता में बालक वर्ग में विजेता हायरसेकंडरी स्कूल केंवरा,उपविजेता हा.से.स्कूल प्रतापपुर,
बालिका वर्ग में विजेता मानपुर व उपविजेता केंवरा,फुटबॉल के बालक वर्ग में विजेता हायरसेकंडरी स्कूल केंवरा,उपविजेता हायरसेकंडरी स्कूल कोटया,व्हालीबाल में बालक वर्ग में विजेता कोटया व उपविजेता केंवरा की टीम रही।इसी तरह अन्य प्रतियोगिताओं में कई टीमों व प्रतिभागियों के बीच विजेता उपविजेताओं का चयन किया,अब यहां चयनित खिलाड़ी व टीम जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेंगी।दो दिनों तक चली प्रतियोगिताओं का आज समापन हुआ और आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में एल्डरमैन बनवारीलाल गुप्ता मुख्य अतिथि तथा जनपद सदस्य सुरेश आयाम,कान्ती नाग,जिशान खान,दीपक मित्तल विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित थे।खिलाड़ियों को सम्मानित करने के बाद बनवारीलाल गुप्ता ने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए एल्डरमैन निधि से हाईस्कूल मैदान में गेट निर्माण की घोषणा की ताकि मैदान बाहरी लोगो से सुरक्षित हो सके।उन्होंने कहा कि शिक्षा और खेलों का महत्वपूर्ण जुड़ाव है क्योंकि आप शिक्षा के क्षेत्र में तभी आगे बढ़ सकते हैं जब स्वस्थ्य हों और खेल से आप शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ्य रह सकते हैं।जनपद सदस्य सुरेश आयाम ने मैदान में मंच निर्माण कराने का आश्वासन दिया।जिशान खान ने खेलों का महत्व बताते हुए कहा कि खिलाड़ियों में अनुशासन आवश्यक है क्योंकि अनुशासन से ही वह आगे बढ़ सकता है और कामयाब हो सकता है।समापन कार्यक्रम का संचालन राकेश मोहन मिश्रा व आभार बीआरसी रमेश शरण सिंह ने किया।आयोजन को सफल बनाने में बीईओ एमएस धुर्वे,सीएसी शिवकुमार यादव,व्यायाम शिक्षक प्रेमसिंधु मिश्रा,राजकुमार सिंह,धर्मपाल रजक,गोविबदराम मिर्रे, इसहाक तिर्की,वैजयंती माला खाखा,शिला जायसवाल,अर्जुन तिर्की,चंद्रिका सिंह,नरेश तिर्की,विनय तिवारी,धर्मजीत आयाम,श्रीलाल सिंह,कल्लू राम,शैलेश जायसवाल व अन्य शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।