‘सोनिया-राहुल गांधी को बता चुका हूं अपनी चिंताएं’, एक और दिग्गज नेता छोड़ेंगे कांग्रेस का साथ! कांग्रेस के नेताओ की बढ़ाई चिंता,

बेंगलुरु: Sonia Rahul Gandhi is worried कर्नाटक के अनुभवी कांग्रेस नेता के. एच. मुनियप्पा के पार्टी छोड़ने के हालिया कयासों के बीच रविवार को पार्टी के महासचिव और राज्य प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उनसे मुलाकात की। पूर्व केंद्रीय मंत्री मुनियप्पा ने 26 अगस्त को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर से मुलाकात की थी, जिसके बाद उनके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के कयास लगने लगे थे।
हालांकि, मुनियप्पा कोलार में कुछ स्थानीय नेताओं को उनकी जानकारी के बिना पार्टी में शामिल करने से कांग्रेस की राज्य इकाई के नेताओं से नाराज हैं। मुनियप्पा ने लेकिन स्पष्ट किया था कि उनके पार्टी से अलग होने का सवाल ही नहीं है और मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात ‘‘आदि जम्बवा मठ’’ के विकास को लेकर थी। दोंनो नेताओं- एआईएसीसी महासचिव सुरजेवाला और मुनियप्पा ने कहा कि आज की उनकी मुलाकात निजी थी, क्योंकि सुरजेवाला के पिता के समय से ही उनके मधुर संबंध हैं।
Sonia Rahul Gandhi is worried : सुरजेवाला ने मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं यहां उनसे (मुनियप्पा से) मुलाकात करने और साथ ही राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और कर्नाटक में इससे संबंधित अभियान पर चर्चा करने के लिए आया था। साथ ही यह देखने आया था कि जिन दबे-कुचले वर्ग के लिए उन्होंने अपने जीवन के तीन दशक दिये, उनके मुद्दे पर कांग्रेस कैसे अधिक प्रभावी तरीके से काम कर सकती है।’’ मुनियप्पा ने इस मुलाकात को निजी बताते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी को संगठित करने और राज्य की सत्ता में वापस लाने पर भी चर्चा की।
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Sonia Rahul Gandhi is worried : उन्होंने कहा, ‘‘ मैं पहले ही अपनी चिंताओं को पार्टी नेतृत्व- सोनिया गांधी और राहुल गांधी के अलावा सुरजेवाला को बता चुका हूं और मैं फैसले का इंतजार करूंगा…मैं कांग्रेस पार्टी में हूं और इसी में रहूंगा। यह निश्चित है कि बड़ी पार्टी में उतार चढ़ाव आते हैं और इस बारे में कोई कुछ नहीं कर सकता है।’’ मुनियप्पा कांग्रेस के वयोवृद्ध और अनुभवी नेता हैं। वह सात बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। हाल में उन्होंने स्थानीय नेता एम सी सुधाकर और कोठनुर मंजूनाथ को पार्टी में उनकी जानकारी के बिना शामिल करने पर कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया के प्रति नाखुशी जताई थी।