क्या हैं ये सविदा? क्यों कर्मचारी को करना पड़ता हैं प्रदर्शन और क्या हैं समाधान? जानिये RJ NEWS पर

आज जो सबसे ज्यादा प्रचलित और आसानी से सुना जाने वाला शब्द है वह है संविदा किसी भी विभाग में कोई भी नौकरी का विज्ञापन आता है तो उसमें साफ-साफ लिखा होता है संविदा आखिर के संविदा क्या बला है सविता में जो कर्मचारी रखे जाते हैं उनकी शैक्षणिक योग्यता तो स्थाई कर्मचारियों के बराबर ही होती है कभी-कभी उन से अधिक पर होती है.(What are these contracts)
लेकिन उन्हें एक स्थाई कर्मचारी के मुकाबले कम वेतन और कम छुट्टियों के साथ रखा जाता है साथी उन्हें महंगाई चिकित्सा आवाज़ जैसे भक्तों से भी वंचित रखा जाता है एक तरह से देखा जाए तो संविदा नियुक्ति शोषण का माध्यम है जिसमें कर्मचारी को आगे अनुबंधन करने का डर दिखाकर अमान्य परिस्थितियों में भी कार्य कराया जाता है एक ही पद पर रहते हुए.
स्थाई और संविदा कर्मचारी की वेतन में पधारो तक जो कि भ्रष्टाचार जैसी समस्या को बढ़ाता है साथी संविदा कर्मचारी के लिए मानसिक तनाव का कार्न भी में बनता है.
आजकल यह फैशन सा बन गया है कि किसी भी व्यक्ति को संविदा पर रख लो उसका शोषण करते रहो और बिना बताए उसे नौकरी से निकाल कर उसे खुद पर दूसरों सर्व संविदा कर्मचारी रख लो आज के दौर में संविदा एक अभिशाप बनता जा रहा हैयही वह कारण है.
जिनकी वजह से आज संविदा कर्मचारियों में आक्रोश है सरकार के खिलाफ बगावत पर उतर आए हैं ऐसे में सरकार को चाहिए कि एक मधय का रास्ता निकालें जिसमें न सरकार को दिक्कत हो नाही संविदा कर्मचारियों।(What are these contracts)