
बिलासपुर: बिलासपुर संसदीय सीट के लिए वोटिंग से 48 घंटे पहले तक प्रशासन ने 7 करोड़ रुपए कैश, शराब और अन्य सामग्री जब्त की। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश कुमार शरण ने पत्रकार वार्ता में बताया कि पुलिस, आबकारी और प्रशासनिक अमले ने बड़े पैमाने पर करीब 8 हजार लीटर शराब समेत अन्य सामग्रियां जब्त कीं, ताकि चुनाव को प्रभावित न किया जा सके। निष्पक्ष और स्वतंत्र मतदान के लिए भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर ने बताया कि मतदान केंद्रों में वोटिंग कराने के लिए 9 हजार मतदानकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिन्हें सोमवार की सुबह 7 बजे से कोनी में मतदान सामग्रियों का वितरण किया जाएगा।
कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने दावा किया कि ईव्हीएम में किसी भी किस्म की खराबी आने पर जिला मुख्यालय आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आयोग के निर्देशानुसार बीयू, सीयू और वीवीपैट की रिजर्व में पर्याप्त व्यवस्था की गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान की पूरी प्रक्रिया की लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था की गई है, जिसकी मॉनिटरिंग जिला स्तर और आयोग के स्तर पर भी की जाएगी। जिले में 219 माइक्रो ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं, जो 349 संवेदनशील मतदान केंद्रों की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। उन्होंने बताया कि प्रचार समाप्त होने के बाद कोई बड़ी सार्वजनिक सभा नहीं की जा सकेगी, लेकिन डोर टू डोर कैंपेनिंग की जा सकती है।दूसरे जिलों के वोटर्स को जिले की सीमा से बाहर ही रहना होगा, इसके लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
जिला पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने बताया कि पूरे जिले में 49 पेट्रोलिंग टीम के अलावा 50-60 पुलिस बल की अलग से व्यवस्था की गई है, जो सूचना मिलते ही तत्काल कार्रवाई के लिए पहुंच जाएगी। उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान के लिए पोलिंग बूथों के अतिरिक्त सेक्टर मजिस्ट्रेट और अन्य अधिकारियों के साथ पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मतदाता वोटर पर्ची बंटवाने के निर्देश हैं। पिछले चुनाव तक ये पर्चियां बीएलओ के माध्यम से घर-घर बंटवाई जाती थी, लेकिन इस बार इसके वितरण की व्यवस्था डाक विभाग के माध्यम से की गई है। लोगों की शिकायत है कि ये पर्चियां अब तक उनके पास नहीं पहुंचीं। मतदान में 48 घंटे बाकी रह गए हैं। डाक अधीक्षक विनय कुमार का कहना है कि रविवारीय अवकाश के बावजूद मुख्य डाक घर, रेलवे और एसईसीएल पोस्ट ऑफिस के करीब 100 पोस्टमैन के जरिए आज भी पर्चियां बंटवाई गईं। उन्होंने दावा किया कि कोरबा और जांजगीर जिले की अधिकांश पर्चियां बांटी जा चुकी हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश शरण ने कहा कि यदि कोई निर्वाचक फोटो पहचान पत्र नहीं दिखा पाता है, तो भारत निर्वाचन आयोग द्वारा उनके लिए 12 वैकल्पिक दस्तावेज में से कोई एक प्रस्तुत कर वे मतदान कर सकेंगे। इसमें आधार कार्ड, मनरेगा जाब कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, केंद्र/राज्य सरकार/लोक उपक्रम/पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैंकों/डाकघरों द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, एनपीआर के अंतर्गत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के अंतर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, सांसदों/विधायकों/विधान परिषद सदस्यों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र और भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा दिव्यांगजनों को जारी यूनिक डिसएबिलिटी आईडी (यूडीआईडी) कार्ड शामिल हैं।