देवउठनी एकादशी के एक सप्ताह के भीतर स्वर्ण रजत आभूषणों की कीमतों में अचानक हो गई है। इसके कारण कोरबा के सराफा बाजार में चहल-पहल कुछ कम हैं। कारोबारी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में होने वाले परिवर्तन के कारण इसका प्रभाव कीमतों पर पड़ता है।
22 नवंबर को देवउठनी एकादशी धूमधाम से मनाया गया और इसी के साथ मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो गई एक सप्ताह का समय भी नहीं हुआ कि सोने चांदी की कीमतों में अचानक उछाल आ गया। खबर के अनुसार स्वर्ण आभूषणों की कीमतों में प्रति 10 ग्राम 1000 की बढ़ोतरी हुई है
इसी प्रकार से चांदी की कीमतें भी बड़े हैं इसका सीधा सा प्रभाव लोगों की क्रय शक्ति पर पड़ेगा कोरबा में सर्राफा कारोबारी से इस बारे में बातचीत की गई तो मालूम चला कि धातुओं की कीमतों का पूरा लेनादेना अंतरराष्ट्रीय स्तर से होता है लेकिन कीमतों में बढ़ोतरी होने के कारण मध्यमवर्गी लोगों की जरूरत प्रभावित होगी और इसका असर सराफा बाजार पर भी पड़ेगा।
जानकारों ने बताया कि खास तौर पर स्वर्ण जैसी धातु को लेकर आर्थिक सुनिश्चितता का वातावरण पूरे वैश्विक स्तर पर बना हुआ है और आर्थिक रूप से संपन्न लोग भविष्य के लिए इसी पर निवेश करना चाहते हैं ऐसी स्थिति में कीमतें बढ़ने पर भी उन्हें कोई खास फर्क नहीं पड़ता लेकिन विवाह जैसे अवसरों पर अपेक्षाकृत छोटे लोग परेशान हो जाते हैं जिन्हें सोने चांदी की कीमतें बढ़ाने के कारण अपनी इच्छाओं को दबाना पड़ता है