नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर बीजेपी से निलंबित किये जाने का मामला बढ़ता ही जा रहा है। नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले को लेकर अपनी ही पार्टी पर आरोप लगाया है। स्वामी ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने छोटे से देश कतर के आगे साष्टांग दंडवत कर दिया.(Subramanian Swamy)
बता दें इस मामले में दो भाजपा नेताओं के निलंबन पर सुब्रमण्यम स्वामी ने पूरे आठ साल के कार्यकाल में विदेश नीति को लेकर सवाल उठाए हैं। दरअसल, स्वामी ने आरोप लगाया कि ‘मोदी सरकार के कार्यकाल में भारत माता को शर्म से सिर झुकाना पड़ा। हम लद्दाख में चीनियों के सामने रेंगते नजर आए, रूसियों के सामने घुटने टेके और क्वाड में अमेरिकियों के सामने गिड़गिड़ाए। अब हमने छोटे से देश कतर के सामने साष्टांग दंडवत किया। यह हमारी विदेश नीति का पतन है.
नुपुर शर्मा ने मांगी माफी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऐसा कहा जा रहा है कि भाजपा ने क़तर के दबाव में आकर पार्टी के दोनों नेताओं को निलंबित किया है। नुपुर शर्मा व नवीन जिंदल पर आरोप है कि उन्होंने बीते दिनों पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कही थीं। इसका भारत के मुस्लिमों समेत अरब के कई देशों द्वारा विरोध किया जा रहा है। बता दें इसके बाद नुपुर शर्मा ने अपनी विवादित टिप्पणियों को लेकर माफी मांगी है।
इस्लामिक देशों में राजदूत तलब
पैगंबर मोहम्मद पर नुपुर शर्मा के विवादित टिप्पणी करने को लेकर रविवार को कतर, कुवैत और ईरान ने भारतीय राजदूतों को तलब कर गहरी नाराजगी जताई और सख्त कार्रवाई की मांग की। जिसके बाद भारत ने इन देशों से कहा है कि इस तरह की टिप्पणियां सरकार के विचार नहीं हैं और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। अन्य देशों के समक्ष भारतीय राजदूत ने उन्हें बताया कि यह किसी तरह से भारत सरकार की भावना नहीं है। ऐसा हाशिये पर खड़े लोगों ने कहा है। भारत अपनी अनेकता में एकता की सांस्कृतिक विरासत के आधार पर सभी धर्मों को उच्चतम आदर देता है.(Subramanian Swamy)
आगे राजदूत ने कहा, इस तरह की टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जा रही है। संबंधित संगठन ने बयान जारी कर सभी धर्मों को आदर देने और किसी भी धर्म के व्यक्ति के सम्मान को चोट पहुंचाने के कदम की निंदा की है.
पूर्व भाजपा नेता नुपुर शर्मा के विवादस्पद टिप्पणी पर भारत ने रविवार को कतर से कहा कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ कोई भी विवादास्पद बयान कुछ अराजक तत्वों का विचार हो सकता है, लेकिन सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है। बता दें कतर की राजधानी दोहा में स्थित भारतीय दूतावास के प्रवक्ता ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि राजदूत ने विदेश कार्यालय में एक बैठक की, जिसमें भारत में धार्मिक शख्सियत को बदनाम करने वाले कुछ आपत्तिजनक ट्वीट के संबंध में चिंता व्यक्त की गई है.(Subramanian Swamy)