छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में महिला के साथ संदिग्ध हालत में पकड़े गए तीनों पटवारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं जिला पटवारी संघ ने भी तीनों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। संघ ने इसे लेकर पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। जब तक आरोपी दोषमुक्त नहीं हो जाते हैं, तब तक संघ उन्हें वापस नहीं लेगा.(suspended patwaris)
लछनपुर गांव में हंगामे का वीडियो सामने आने और खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है। कलेक्टर के निर्देश पर SDM ने पटवारी बालमुकुंद राठौर, संतोष दास मानिकपुरी और बुद्धेश देवांगन को किया निलंबित कर दिया है। प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि तीनों पटवारियों पर सिविल सेवा अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है.
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पटवारी संघ ने की निंदा, कहा- वीडियो की जांच हो
दूसरी ओर जिला राजस्व पटवारी संघ ने जांजगीर तहसील के तीनों पटवारियों को निष्कासित कर दिया है। अपनी विज्ञप्ति में पटवारी संघ ने कहा है कि उन्हें खबरों से इसकी जानकारी मिली है। वह ऐसे कृत्य की कड़ी निंदा करता है। संघ ने वीडियो की भी जांच कराने की मांग की है। कहा है कि जब तक विधिवत जांच होकर तीनों को दोषमुक्त नहीं किया जाता, वे संघ से निष्कासित रहेंगे.
आधी रात को पत्नी पहुंची थी बेलन लेकर
दरअसल, जांजगीर क्षेत्र के लछनपुर गांव का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें नैला के पटवारी बुद्धेश्वर देवांगन, अमोदा, धुरकोट के पटवारी बालमुकुंद राठौर और केरा पटवारी संतोष दास मानिकपुरी नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि तीनों महिला के साथ रंगरेलियां मनाने के लिए.
गए थे। तभी पटवारी संतोष दास की पत्नी अपने बेटे के साथ बेलन लेकर पहुंच गई।
महिला के घर पकड़े गए तीनों पटवारी।
लात-घूंसों से ग्रामीणों ने तीनों पटवारियों को पीटा
इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। शोरगुल सुनकर आसपास के ग्रामीण भी एकत्र हो गए। इस पर पटवारी की पत्नी ने उन्हें सारी बात बताई। इसके बाद तो ग्रामीण भी भड़क गए। उन्होंने लात-घूंसों से तीनों पटवारियों की पिटाई कर दी। इस बीच पटवारी की साली भी डंडा लेकर पहुंच गई और महिला को पीटा। तीनों पटवारियों को महिला के घर से ग्रामीण बाहर खींच ले गए.
कई दिनों से थी ग्रामीणों की नजर, इसलिए पकड़े गए
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई दिनों से पटवारियों का देर रात महिला के घर में आना-जाना लगा रहता था, जिस पर उन्हें शंका हुई और वे उनकी निगरानी करने लगी। वहीं कुछ ग्रामीणों ने इसकी जानकारी पटवारी की पत्नी को दी थी। फिर तीनों पटवारियों को संदिग्ध हालत में महिला के घर से पकड़ा।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई कोर्ट जाने दे दी सलाह
ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को भी दी थी। जानकारी मिलते ही देर रात पुलिस की टीम भी गांव पहुंची। साथ ही पटवारी की महिला भी थाना मामले की शिकायत लेकर थाने पहुंची, पर कोतवाली पुलिस ने घरेलू विवाद के कारण उन्हें न्यायालय जाने की सलाह दे दी दी। इसे लेकर ग्रामीणों ने पुलिस पर लेनदेन का आरोप लगाया, फिर भी कुछ नहीं हुआ.(suspended patwaris)