यूक्रेन से भारत लौटे छत्तीसगढ़ के मेडिकल छात्रों की पढ़ाई भारत में ही कराने हेतु आवश्यक सहयोग प्रदान करते हुए माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार को पत्र लिखने एवं प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में क्लिनिकल प्रैक्टिस की सुविधा प्रदान करने बाबत
हमारे बच्चे यूक्रेन में मेडिकल पढ़ाई हेतु गए थे किंतु यहां यूक्रेन रूस युद्ध होने के फलस्वरूप वहां पर गए थे आपके प्रयास और आशीर्वाद से हमारे बच्चे सकुशल घर वापस लौट आए हैं इस हेतु हम हमारे परिवार एवं हमारे रिश्तेदार हृदय से हम आपका आभार व्यक्त करते हैं।
चुकी युद्ध से यूक्रेन की अधोसंरचना ध्वस्त हो गई है तथा वहां पुनः पढ़ाई हेतु बच्चों को भेज पाना असंभव सा है पढ़ाई आगे जारी नहीं रख पाने की चिंता हमें एवं हमारे बच्चों को हो रही है हमने अपनी पूरी जमा पूंजी लगाई है अनेकों ने बैंक से ऋण लिया है ऐसी स्थिति में हम मानसिक आर्थिक एवं शारीरिक अवसाद से गुजर रहे हैं अतः महानुभाव से सादर निवेदन है कि हमारी निम्न समस्याओं में अपना सहयोग प्रदान करने की कृपा करें।
1 यूक्रेन से आए सारे मेडिकल के बच्चों को उनके साल और सेमेस्टर के हिसाब से भारत के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश दिलाने हेतु माननीय प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखेंगे।
2। जब तक भारत के कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया विचार भी हैं तब तक उनकी पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखने के लिए उन्हें प्रदेश के ही मेडिकल कॉलेजों में अंतरिम प्रवेश दिलाएंगे जितने बच्चे अपनी क्लिनिकल प्रैक्टिस लगातार कर सके।
महोदय भविष्य की निराशा के बीच आशा की एक किरण आप ही हैं आशा है कि आप हमारी मदद अवश्य करेंगे वर्तमान में छत्तीसगढ़ में यूक्रेन से शीला के विभिन्न वर्षो के छात्रों को मिलाकर कुल छात्रों की संख्या लगभग 207 है।
विभिन्न राज्य जैसे पश्चिम बंगाल तेलंगाना उड़ीसा केरल एवं अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री महोदय जी ने अपने राज्य के बच्चों के लिए विशेष सहयोग एवं प्रस्ताव के साथ माननीय प्रधानमंत्री जी भारत सरकार को पत्र प्रेषित किया है।
अतः आपसे भी अनुरोध है कि आप भी हमारे बच्चों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा विशेष सहयोग कर्ताओं के साथ माननीय प्रधानमंत्री जी भारत सरकार को पत्र लिखने की कृपा करेंगे तथा हमारे बच्चों का भविष्य संवारने में अपने महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे हम हमारे बच्चों एवं हमारा पूरा परिवार आपके सदैव ऋणी रहेंगे।