सोमवार से छत्तीसगढ़ के माध्यमिक शिक्षा मंडल संबंधित स्कूलों में तिमाही परीक्षा नहीं होगी। टाइम टेबल तय था,लेकिन क्वेश्चन पेपर वायरल हो जाने की वजह से एग्जाम कैंसिल करना पड़ा। परीक्षा से 2 दिन पहले ही कक्षा 10वीं, 11वीं और 12वीं का इंग्लिश का पेपर जवाब के साथ सोशल मीडिया ग्रुप और यूट्यूब पर वायरल हो गया । इसके बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल के अफसरों ने परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया। अब दोबारा ब्लैक बोर्ड पर सवाल लिखकर परीक्षा कराए जाने का शिक्षक संघ ने विरोध किया है.
अब खबर है कि 9वीं से 12वीं तक की तिमाही परीक्षा सभी स्कूल अपने स्तर पर लेगा। यह परीक्षाएं कब होंगी फिलहाल तय नहीं है। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ आलोक शुक्ला ने सभी जिले के शिक्षा अधिकारियों को तिमाही परीक्षा में स्कूल स्तर पर लिए जाने के लिए कोऑर्डिनेट करने कहा है। परीक्षा कब होंगी इसके जवाब में रायपुर के जिला शिक्षा अधिकारी आर एल ठाकुर ने कहा कि यह जल्द ही तय होगा। व्हाट्सएप के जरिए स्कूलों से संपर्क किया जा रहा है जल्द से जल्द परीक्षाएं होंगी। छत्तीसगढ़: पूर्ण शराबबंदी का ऐलान,यहां ग्रमीणों ने सर्व सहमति से लिया बड़ा फैसलाके दूसरे सप्ताह के पहले परीक्षाएं ले ली जाएंगी.
ऐसे वायरल हुआ क्वेश्चन पेपर
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्रयोग करते हुए, सभी स्कूलों के अलग-अलग कक्षाओं के लिए क्वेश्चन पेपर तैयार किए। यह क्वेश्चन पेपर सॉफ्ट कॉपी फॉर्मेट में तैयार किए गए । इन्हें तमाम स्कूलों को ई-मेल के जरिए भेजा जाना था। पीडीएफ जिला शिक्षा अधिकारियों के जरिए स्कूलों तक जाते, लेकिन उससे पहले यह पीडीएफ वायरल हो गए । CGBSE सपोर्ट ग्रुप नाम के सोशल मीडिया समूह में ये वायरल हो गया। अब तक इस मामले में किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
सुपर फ्लॉप हुआ आईडिया
पहली बार ऑफलाइन अंदाज में परीक्षा आयोजित करने को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने नए तरह के आईडिया पर काम किया । इसमें पहली बार माध्यमिक शिक्षा मंडल ने तिमाही और छमाही के पर्चे तैयार करने का फैसला लिया। तय किया कि माध्यमिक शिक्षा मंडल ही प्रश्न पत्र स्कूलों को भेजेगा मगर इन्हीं प्रश्न पत्रों का पीडीएफ वायरल हो गया और पहली ही कोशिश में माध्यमिक शिक्षा मंडल का यह आइडिया सुपर फ्लॉप साबित हुआ.
टीचर्स नहीं लिखेंगे ब्लैक बोर्ड पर सवाल
टीचर्स को स्पष्ट नहीं बताया गया है अब कैसे परीक्षा होगी। जिसको लेकर लेकर टीचर्स में असमंजस की स्थिति है। अफसर शिक्षकों से कह रहे हैं कि टीचर ब्लैक बोर्ड पर सवाल लिखेंगे और छात्र अपनी कॉपी में जवाब देंगे। मगर इस फैसले के खिलाफ छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के वीरेंद्र दुबे ने मोर्चा खोल दिया। उन्होंने कहा शिक्षक ब्लैक पर बोर्ड पर सवाल नहीं लिखेंगे. (paper viral a day)
इसे अव्यवहारिक फैसला बताते हुए वीरेंद्र दुबे ने कहा- प्रश्न पत्रों में प्रश्न बहुत से है,बहुत से चित्र व डायग्राम भी हैं, जिन्हें ब्लैक बोर्ड में लिखने में दो घंटे लग जाएंगे। सभी प्रश्न पत्रों को राज्य स्तर पर छपाकर स्कूलों में प्रसारित किया जाना चाहिए। अफसरों को AC कमरों में बैठकर ऐसे गलत निर्णय नहीं लेना चाहिए। वीरेंद्र ने कहा कि कई स्कलों में एक या दो टीचर्स हैं। वो कैसे क्लासेस में जा-जाकर बोर्ड पर सवाल लिखेंगे। कई जगहों पर तो इतना बड़ा बोर्ड ही नहीं है कि सवाल लिखे जाएं.
क्या कार्रवाई होगी, बताएं ! शिक्षक नेता वीरेंद्र दुबे ने कहा कि टीचर्स की छोटी-छोटी गलतियों पर कार्रवाई होती है। शिक्षा विभाग के अफसरों को अब ये देखना होगा कि किसकी चूक की वजह से पर्चे वायरल हो गए। ये कोई छोटी त्रूटि नहीं हैं। अब इसके लिए किसी की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए, ऐसे अफसरों पर भी उसी तरह कार्रवाई होनी चाहिए जैसे शिक्षकों पर होती है.(paper viral a day)