
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को दिल दहला देने वाले हत्याकांड का खुलासा किया। 18 मई यानी करीब 6 महीने पहले लिव इन पार्टनर आफताब ने अपनी 26 साल की प्रेमिका श्रद्धा की बेरहमी से हत्या कर दी। उसके शव को आरी से काटा। नया फ्रिज लाया ताकि टुकड़े उसमें रख सके और बदबू दबाने के लिए अगरबत्ती सुलगाता था।
18 दिन तक रोज रात 2 बजे उठता और शव के टुकड़े जंगल में फेंक आता था। पुलिस ने आफताब को शनिवार को अरेस्ट किया। इसके बाद उसने श्रद्धा की हत्या की सनसनीखेज कहानी बताई। इधर, कोर्ट ने आफताब को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
कौन थी श्रद्धा?
26 साल की श्रद्धा मुंबई के मलाड की रहने वाली थी। यहां वह एक मल्टीनेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में काम करती थी।
आफताब-श्रद्धा कब और कैसे मिले?
श्रद्धा और आफताब दोनों कॉल सेंटर में काम करते थे। 2019 में यहीं दोनों की मुलाकात हुई। दोनों प्यार करने लगे, लेकिन दोनों के रिश्ते से परिवार वाले नाखुश थे। इसके चलते दोनों मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हो गए और महरौली के एक फ्लैट में लिव इन में रहने लगे।
जब पिता श्रद्धा से संपर्क में नहीं थे तो उन्हें शक कैसे हुआ?
श्रद्धा अपने क्लासमेट लक्ष्मण से कॉन्टैक्ट में थी। लक्ष्मण ही श्रद्धा के पिता विकास मदान को जानकारी देता था। जब श्रद्धा ने कई दिन तक लक्ष्मण का फोन नहीं उठाया तो उसने श्रद्धा के पिता को जानकारी दी। इस पर पिता ने कहा कि सोशल मीडिया पर भी कोई अपडेट नहीं मिल रही है। विकास मदान बेटी का हालचाल जानने 8 नवंबर को दिल्ली पहुंचे। जब वे उसके घर पहुंचे तो ताला लगा था। उन्होंने महरौली पुलिस में शिकायत की और बेटी के अगवा होने का आरोप लगाया।
क्या श्रद्धा ने हालात के बारे में परिवार को बताया था?
कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि श्रद्धा ने मां से फोन पर कहा था कि आफताब उसके साथ मारपीट करता है। श्रद्धा की मां की मौत के बाद वह अपने घर आई थी, तब उसने अपने पिता से भी मारपीट की बात कही थी।
श्रद्धा और आफताब दोनों कॉल सेंटर में काम करते थे। यहीं दोनों की मुलाकात हुई
आफताब अमीन पूनावाला और श्रद्धा मुंबई में मिले, प्यार हुआ और साथ रहने के लिए दिल्ली शिफ्ट हो गए।
श्रद्धा का कत्ल कब किया गया?
साउथ दिल्ली के एडिशनल DCP अंकित चौहान ने बताया, 18 मई को झगड़े के बाद आफताब ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने उसकी बॉडी के 35 टुकड़े किए और उन्हें फ्रिज में रख दिया। पुलिस ने बताया कि वह हर रोज रात को 2 बजे घर से निकलता और टुकड़ों को दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में ठिकाने लगाता।
लाश को ठिकाने कैसे लगाया?
पुलिस के मुताबिक आफताब ने शव के टुकड़े करने के लिए आरी का इस्तेमाल किया। उसने पहले उसके हाथों के तीन टुकड़े किए। इसके बाद पैर के भी तीन टुकड़े किए। इसके बाद रोज वह बैग में रखकर इन्हें फेंकने के लिए ले जाता। हत्या के बाद 300 लीटर का फ्रिज खरीदा, ताकि टुकड़े उसमें रख सके। अगरबत्ती जलाता था, ताकि बदबू को दबाया जा सके।
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आफताब ने हत्या की क्या वजह बताई?
पिता की शिकायत पर पुलिस ने आफताब को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। वह शादी के लिए दबाव बना रही थी। आफताब के कई दूसरी लड़कियों से भी रिश्ते थे और श्रद्धा को उस पर शक हो रहा था। इस बात पर भी दोनों के बीच विवाद होता था। आफताब ने तंग आकर हत्या कर दी। अब पुलिस ने मर्डर का केस दर्ज कर श्रद्धा की बॉडी को सर्च करना शुरू कर दिया है।(National Shraddha Murder Mystery)
जंगल से टुकड़े मिले, पुलिस ने क्या कहा?
दिल्ली पुलिस ने कहा कि आफताब की निशानदेही पर हमें जंगलों से कुछ टुकड़े मिले हैं। अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि ये टुकड़े श्रद्धा के ही हैं। बाकी अंगों की भी तलाश की जा रही है। अभी जो टुकड़े मिले हैं, वो जानवर के भी हो सकते हैं। जांच के बाद ही यह साफ होगा।
क्या पुलिस लव जिहाद के एंगल से जांच कर रही है?
दिल्ली पुलिस ने कहा कि जिस तरह से लड़की की हत्या की गई और टुकड़े फेंके गए, उससे साफ होता है कि आफताब सबूत मिटाने की साजिश में जुटा हुआ था। जब मीडिया ने पुलिस से पूछा कि क्या लव जिहाद के एंगल से भी जांच की जाएगी तो पुलिस ने कहा कि अभी इस पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।(National Shraddha Murder Mystery)