अर्रास: फ्रांस में एक स्कूल में संदिग्ध इस्लामिक कट्टरपंथी द्वारा एक शिक्षक की चाकू मार कर हत्या करने तथा तीन अन्य को घायल करने की घटना के मद्देनजर देश में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सात हजार सैनिकों को तैनात किया जाएगा।
राष्ट्रपति के कार्यालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। फ्रांस में शुक्रवार को हुए हमले के बाद उत्तरी शहर अर्रास के ‘गैम्बेटा-कार्नोट’ स्कूल शनिवार सुबह खुला। स्कूल में बच्चों और शिक्षकों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही।
यह घटना ऐसे वक्त हुई है जब इजराइल और हमास के बीच भीषण युद्ध जारी है।
अभियोजकों ने बताया कि आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण चाकूबाजी और संदिग्ध हमलावर के बारे में जांच कर रहे हैं। संदिग्ध चेचन्या से ताल्लुक रखता है और वह स्कूल का पूर्व छात्र है। कट्टरपंथ के लिए खुफिया सेवाएं उस पर नजर रख रही थीं।
राष्ट्रपति के कार्यालय ने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय खतरे की चेतावनी बढ़ा दी है और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने फ्रांस की सुरक्षा बढ़ाने के लिए सोमवार रात तक और अगली सूचना तक 7,000 सैनिकों को तैनात करने का आदेश दिया है।
जिस स्कूल में चाकूबाजी की घटना हुई है वहां आज कक्षाएं नहीं लगीं लेकिन छात्र, उनके परिजन और अन्य कर्मचारी घटना के विरोध में और पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए वहां पहुंचे। चाकूबाजी की घटना में मारे गए शिक्षक का नाम डोमिनिक बर्नार्ड था और वह गैम्बेटा-कार्नोट स्कूल में फ्रांसीसी भाषा सिखाते थे।
मैक्रों ने फ्रांस के लोगों से ‘‘एकजुट’ रहने की अपील की है।