रायपुर: छत्तीसगढ़ चुनाव के दूसरे चरण के लिए आज नामांकन का अंतिम दिन था। रायपुर उत्तर सीट से कांग्रेस टिकट के दावेदार रहे पार्षद व रायपुर नगर निगम एमआईसी सदस्य अजीत कुकरेजा ने बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान किया है। उन्होंने सोमवार को हजारों समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर उनके पिता प्रदेश कांग्रेस के संयुक्त महामंत्री आनंद कुकरेजा भी थे।
बता दें कि सिंधी पंचायत ने पहले रायपुर उत्तर से समाज के प्रतिनिधि को कांग्रेस उम्मीदवार बनाने की मांग की थी। सिंधी पंचायत की मांग को दरकिनार कर कांग्रेस ने यहां से अपने पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा का उम्मीदवार बना दिया। जिसके बाद से ही सिंधी समाज निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। वही आज अजीत कुकरेजा ने नामांकन दाखिल में लोगों का जलसा लाभ देखने को मिला और लोगों का भरपूर प्यार एवं आशीर्वाद के साथ अजीत कुकरेजा ने अपना आज निर्दलीय नामांकन दाखिल कर चुनाव में उतर गए हैं।
कांग्रेस में लगातार बगावत की लहर देखने को मिल रही है। अंतागढ़ विधानसभा सीट में कांग्रेस के मौजूदा विधायक अनूप नाग को टिकट नहीं मिलने के बाद बागी हो गए हैं। अनूप नाग ने निर्दलीय नामांकन फॉर्म भर दिया है। यदि अनूप ने नाम वापस नहीं लिया तो अंतागढ़ विधानसभा में मुकाबला रोचक हो सकता है। अनूप नाग रिटायर्ड टीआई हैं, 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के विक्रम उसेंडी को अनूप नाग ने 13414 मतों से हराया था।
अनूप नाग को 57,061 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी के विक्रम उसेंडी को 43,647 मत मिले थे। कांग्रेस ने अंतागढ़ से विधायक अनूप नाग को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। कांग्रेस ने उनकी जगह इस बार कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज को प्रत्याशी बनाया है।
दूसरी ओर महासमुंद से मौजूदा कांग्रेस विधायक किस्मतलाल नंद बागी होकर कांग्रेस का साथ छोड़कर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ -जे (जेसीसीजे) में शामिल हो गए। जेसीसीजे ने उन्हें सरायपाली से टिकट दिया है। अब वो सराईपाली से चुनावी ताल ठोक रहे हैं। साल 2018 में किस्मतलाल नंद ने डीएसपी की नौकरी छोड़कर कांग्रेस से चुनाव लड़े थे। भाजपा प्रत्याशी को 52 हजार वोटों से हराया था।