परिवार समेत भूख हड़ताल पर बैठ गई विधवा, एसडीएम ने सरपंच-सचिव को तत्काल किया सस्पेंड, होगा एफआईआर दर्ज व राशि भी वसुली एस डी एम प्रतापपुर

प्रतापपुर / कूप निर्माण में लगे मैटेरियल की राशि गबन कर गए थे सरपंच व सचिव, जनपद सीईओ (Block CEO) ने जांच के बाद गबन सही पाए जाने पर जिला पंचायत सीईओ (Jila Panchayat CEO) को भेजा था प्रतिवेदन लेकिन एक महीने बीत जाने के बाद भी सीईओ ने नहीं लिया एक्शन
सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बोंगा निवासी कैलाशो बुधवार की सुबह परिवार को साथ लेकर जनपद परिसर में भूख हड़ताल पर बैठ गई। महिला ने बताया कि मेरे पति जब जीवित थे तब उन्होंने शासन की मनरेगा योजना के तहत् 5 लाख की लागत से कूप निर्माण कराया था।
मनरेगा की राशि मिलने में देर होने के कारण उन्होंने मैटेरियल व मजदूरी का भुगतान स्वयं कर दिया था। कूप निर्माण में आए समस्त खर्च का पूरा विवरण सरपंच राजकुमार और सचिव जानिब खान को दे दिया गया था।
मगर इसी बीच मेरे पति की मृत्यु हो गई और सरपंच, सचिव ने सप्लायर के साथ मिलीभगत कर किसी और के नाम से फर्जी बिल लगाकर राशि का गबन कर लिया।
पीडि़त महिला ने भूख हड़ताल पर बठने की सूचना मंगलवार को ही प्रतापपुर एसडीएम, थाना प्रभारी और जनपद सीईओ को दे दी थी। इस संबंध में जनपद सीईओ मो. निजामुद्दीन से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि महिला ने दो माह पूर्व मामले की शिकायत मेरे पास की थी।
इसकी जांच की गई तो प्रमाणित हुआ कि सरपंच और सचिव ने महिला की राशि का गबन किया है। इसकी पूरी रिपोर्ट बनाकर मेरे द्वारा जिला पंचायत सीईओ राहुल देव को दे दी गई थी मगर एक माह से ऊपर हो जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई।
इधर जनपद परिसर में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने हेतु प्रतापपुर थाना प्रभारी किशोर केंवट दल-बल के साथ उपस्थित थे। इसी बीच प्रतापपुर की अनुविभागीय अधिकारी दीपिका नेताम व तहसीलदार तेजू राम यादव धरना स्थल पर पहुंचे एवं जनपद सीईओ से इस मामले की रिपोर्ट तलब की।
रिपोर्ट देखने के बाद अनुविभागीय अधिकारी ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है एवं मेरे द्वारा इस प्रकरण में विशेष वाहक को ग्राम पंचायत बोंगा भेजकर सरपंच और सचिव को जनपद पंचायत प्रतापपुर में उपस्थित होने का आदेश दिया गया था।
लेकिन सरपंच और सचिव आदेश की अवहेलना करते हुए उपस्थित नहीं हुए इसलिए पंचायत राज अधिनियम 1993 कि धारा 39 के तहत् ग्राम पंचायत बोंगा के सचिव और सरपंच को तत्काल निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
धरना स्थल पर अन्य जनप्रतिनिधियों में नगर पंचायत अध्यक्ष कंचन सोनी, कांग्रेस के जिला महामंत्री पप्पू जफर, कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के प्रदेश सचिव नवीन जायसवाल, भाजपा मंडल अध्यक्ष अक्षय तिवारी, नगर कांग्रेस अध्यक्ष भोला यादव, मासूम इराकी, मुकेश तायल व अन्य लोग उपस्थित थे।
समझाइश के बाद खत्म की भूख हड़ताल
एसडीएम और तहसीलदार (SDM And Tehsildar) ने पीडि़त महिला एवं उसके परिवार से बात करते हुए कहा कि दोषियों के ऊपर कार्रवाई कर दी गई है इसलिए अब आप हड़ताल समाप्त करें। लेकिन महिला व उसके परिवार वाले फिर भी नहीं माने। वे तत्काल राशि दिलाने व सरपंच-सचिव को जेल भेजने की मांग कर रहे थे।
इस पर एसडीएम ने पीडि़त महिला से कहा कि वे अभी तत्काल पुलिस बल लेकर ग्राम पंचायत बोंगा जा रहीं हैं और इस प्रकरण में वहां के ग्रामीणों के भी बयान लेंगी। इसके बाद ही सरपंच और सचिव पर एफआईआर कराने का निर्णय लिया जाएगा।
वहीं जनपद अध्यक्ष जगत आयाम और उपाध्यक्ष प्रतिनिधि संजीव श्रीवास्तव ने महिला और उसके परिवार वालों से कहा कि हम लोग शुरू से ही आप लोगों के साथ हैं एवं जब तक आप लोगों को न्याय नहीं मिल जाता तब तक साथ देंगे।
उन्होंने कहा कि दोषियों के ऊपर अब कार्यवाहीशुरू हो गई है इसलिए अब भूख हड़ताल और धरना समाप्त करें। इस पर पीडि़त महिला और उसके परिवार ने जनप्रतिनिधियों के आग्रह को मानते हुए जूस पीकर भूख हड़ताल व धरना समाप्त कर दिया।