![Raipur: शराबबंदी पर बयान को लेकर भाजपा महिला मोर्चा ने मंत्री अकबर के निवास का घेराव किया...](https://rjnewslive.com/wp-content/uploads/2023/07/0c2de1f3-bbf3-45a1-bc4f-6e76fb5ecc14-780x470.jpg)
रायपुर: भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा ने गुरुवार को शराबबंदी को लेकर दिए गए एक बयान के मद्देनजर प्रदेश सरकार के मंत्री मो. अकबर के खिलाफ भारत माता चौक पर आंदोलन कर रैली निकाली और उनके निवास का घेराव किया। आंदोलन व रैली का नेतृत्व महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने किया। भाजपा महिला मोर्चा ने मंत्री अकबर के उस बयान पर कड़ा ऐतराज जताया है, जिसमें मंत्री अकबर ने कहा था कि ‘हमने शराबबंदी के लिए गंगाजल की कसम नहीं खाई है, हमने कर्जा माफी के लिए गंगाजल की कसम खाई थी।’ मंत्री अकबर के बयान को पूरे प्रदेश की महिलाओं का घोर अपमान बताते हुए महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती राजपूत ने मंत्री अकबर से अपने इस कथन के लिए मातृ-शक्ति से बिना शर्त क्षमायाचना करने की मांग की है।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने मंत्री अकबर के इस कथन को सफेद झूठ और अपने वादे से निर्लज्जतापूर्वक मुकरना बताया। श्रीमती राजपूत ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्ण शराबबंदी का वादा गंगाजल की सौगंध लेकर कांग्रेस के तमाम नेता हर चुनावी मंच पर कर रहे थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद कांग्रेस वादाखिलाफी पर उतर आई। पूरे प्रदेश की जनता जानती है गंगाजल को साक्षी मानकर पूरे प्रदेश में शराब पर प्रतिबंध और पूर्ण शराबबंदी का वादा चुनावी मंचों से चुनावी घोषणा पत्र में कांग्रेस पार्टी ने किया था। माताओं बहनों को शराबबंदी का झाँसा देकर उनका वोट बटोरा गया और अंत में उन्हें ठग दिया गया। श्रीमती राजपूत ने कहा कि शराब घोटाले में आकंठ डूबी हुई यह सरकार भयभीत है कि कहीं शराबबंदी कर दी गई तो शराब ठेकेदार इनके भ्रष्टाचार को सार्वजनिक कर देंगे। 2000 करोड़ के शराब घोटाले पर इनके सचिव और करीबी पहले से ही जेल में हैं और प्रदेश सरकार के मंत्री अब शर्मनाक तरीके से कहते हैं कि प्रदेश में शराबबंदी की हमने कोई कसम नहीं खाई थी।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती राजपूत ने कहा कि प्रदेश सरकार और उसके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शराबबंदी के नाम पर तमाम तरह की ड्रामेबाजी करने में पूरा कार्यकाल बिता दिया। शराबबंदी का वादा करने वाली कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने खुद ही शराब की कोचियागिरी करके घर-घर शराब पहुंचाने का कृत्य किया। प्रदेश के मुखिया को यह कहते हुए शर्म आनी चाहिए कि छत्तीसगढ़ के लोग शराब छोड़ेंगे तो मर जाएंगे। कांग्रेस के विधायक और मंत्री शराब पीने की तरीके बताते हैं और आबकारी मंत्री कहते हैं कि मेरे जीते-जी छत्तीसगढ़ में शराबबंदी नहीं हो सकती। श्रीमती राजपूत ने कहा कि प्रदेश सरकार शराबबंदी के नाम पर एक ओर ना-नुकुर करती रही, दूसरी ओर सिंडीकेट बनाकर दो हजार करोड़ रुपए का शराब घोटाला करके प्रदेश को शर्मसार करने में कांग्रेस की इस सरकार ने कोई कसर बाकी नहीं रखी। प्रदेश सरकार शराब माफियाओं के बलबूते चल रही है। यह सरकार शराब माफियाओं के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ की पीढ़ियों को बर्बाद करने की सुनियोजित साजिश कर रही है।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती राजपूत ने कहा कि भूपेश सरकार शराब की कमाई में अंधी हो चुकी है। माफियाओं के हित को छत्तीसगढ़ के लोगों के जीवन से ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने नकली अवैध शराब पिलाकर लोगों की सेहत ही नहीं, अपितु जान के साथ भी खिलवाड़ करने का काम किया। शराब ने प्रदेश में अपराधों का ग्राफ बढ़ाया है। शराब के सेवन की लत के चलते प्रदेश की महिलाएं सर्वाधिक प्रताड़ित, हिंसा-घरेलू हिंसा की शिकार होती हैं। मंत्री अकबर को महिलाओं इस पीड़ा की अनुभूति नहीं हो रही है, यह इस प्रदेश सरकार की बदनीयती का परिचायक है। उपचुनाव में लगा काला धन इन्हीं शराब माफियाओं के जेब से निकला था। इसलिए भूपेश सरकार पूरी तरीके से शराब माफियाओं की गुलाम बन चुकी है और रोज-रोज शराबबंदी न करने की बात करके उल-जलूल बयान देती है। श्रीमती राजपूत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की माताएँ-बहनें भूपेश सरकार के झूठ को भलीभांति समझ चुकी हैं और झूठ का बदला लेने के लिए संकल्पबद्ध होकर एक ही नारा लगा रही है कि “बदलबो, बदलबो, ये दारी कांगरेस के लबरा सरकार ल बदलबो।’
भाजपा महिला मोर्चा की रैली में महिला मोर्चा प्रभारी सरला कोसरिया, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, प्रदेश उपाध्यक्ष ममता साहू, मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष अलका चंद्राकर, दीप्ति पांडे, हेमलता शर्मा, संध्या तिवारी, किरण मरकाम, पुनीता डेहरिया, किरण बघेल, कृतिका जैन, निशा चौबे, आयुषी पांडे, प्रीति परघनिया सभी जिला इकाइयों की जिला अध्यक्ष, श्रीमती सीमा साहू, सुलक्ष्णा यादव, किरण साहू, सरोज चंद्रवंशी दिव्या कलिहारी दीपा साहू चंद्रकला पटेल स्वीटी कौशिक वैशाली रत्ना पारीक सहित भारी संख्या में महिलाएँ उपस्थित रहीं।