जमानत पर बाहर आए बिहार के पूर्व सीएम और RJD प्रमुख लालू यादव पर CBI ने नए सिरे से शिकंजा कसा है. जांच एजेंसी ने शुक्रवार को सुबह-सुबह लालू और उनकी बेटी से संबंधित 15 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे. छापेमारी की शुरुआत पटना स्थित राबड़ी आवास से हुई.(Raid on Lalu Yadav)
दरअसल, सीबीआई (Central Bureau of Investigation) ने लालू और उनकी बेटी के खिलाफ उनके कार्यकाल के दौरान भर्तियों में कथित अनियमितताओं के लिए नए सिरे से केस दर्ज किया है. आरोप है कि कई लोगों ने रेलवे की नौकरियों और अनुबंधों के बदले लालू प्रसाद के रिश्तेदारों को अपनी जमीन बेच दी.
बता दें कि लालू यादव को चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में झारखंड हाईकोर्ट ने बीते महीने ही 22 तारीख को जमानत दी थी. जमानत के बाद उन्होंने कुछ दिनों तक एम्स में अपना इलाज कराया, जिसके बाद से वो अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के घर पर हैं.
क्या है पूरा मामला?
सूत्रों के हवाले से आ रही जानकारी के मुताबिक, ये पूरा मामला लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) के रेलमंत्री रहने के वक्त का है. आरआरबी में लालू के कार्यकाल में हुई गड़बड़ी को लेकर सीबीआई ने छापेमारी की है. आरोप है कि 2004 से 2009 तक लालू के रेल मंत्री के कार्यकाल के दौरान रेलवे में कई लोगों से जमीन लिखवाकर उन्हें नौकरी (RRB Bharti Scam) दी गई थी. इससे पहले पिछली बार 7 जुलाई 2017 को लालू आवास पर छापेमारी हुई थी. उस वक्त लालू के 12 ठिकानों पर छापेमारी हुई थी.(Raid on Lalu Yadav)