
नई दिल्ली: कृष्ण भक्त मीराबाई के 525वें जन्मोत्सव पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 525 रुपये का एक स्मारक सिक्का मीराबाई की स्मृति में गुरुवार को जारी करेंगे। ये सिक्का आम प्रचलन में नहीं होगा। सिक्कों का संग्रह और अध्ययन करने वाले मुद्राशास्त्री सुधीर लुणावत ने बताया कि ये पहला 525 रुपये मूल्यवर्ग का सिक्का होगा। इस खास सिक्के का वजन 35 ग्राम होगा, जो 50 प्रतिशत चांदी, 40 प्रतिशत तांबा, पांच प्रतिशत निकल और पांच प्रतिशत जस्ते के मिश्रण से बना होगा। ंसिक्के के एक तरफ अशोक स्तंभ के नीचे मूल्य 525 रुपये लिखा होगा। दूसरी तरफ मीराबाई का चित्र होगा।
इस सिक्के के ऊपर हिंदी तथा नीचे अंग्रेजी में संत मीराबाई की 525वीं जयंती लिखा होगा। मीराबाई चित्र के दाएं और बाएं 1498 और 2023 लिखा होगा। सुधीर ने बताया कि इस सिक्के को भारत सरकार की कोलकाता टकसाल ने बनाया है। ये सिक्का आम प्रचलन में नहीं होगा। लेकिन प्रीमियम दरों पर कुछ दिन बाद सरकार इसे लोगों को बिक्री करेगी। जिसे धरोहर के रूप में रखा जा सकता है।
डीएम शैलेंद्र सिंह ने बताया कि सिक्का जारी करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। इसके साथ ही पीएम मोदी मीराबाई पर डाक टिकट भी जारी करेंगे।पीएम दौरे से एक दिन पहले बुधवार को अपर पुलिस महानिदेशक सुरक्षा और अपर पुलिस महानिदेशक ने पुलिस लाइन के परेड मैदान में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली। इसमें प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित दिशा-निर्देश दिए। अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि कहीं पर भी कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी श्रीकृष्ण जन्मभूमि के दर्शन करने के साथ रेलवे ग्राउंड पर आयोजित ब्रज रज उत्सव में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी, राज्यपाल आनंदी बेन सहित अन्य मंत्री पीएम की अगवाई करेंगे। वीआइपी ड्यूटी से एक दिन पहले गुरुवार को कलेक्ट्रेट स्थित पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में अपर पुलिस महानिदेशक सुरक्षा रघुवीर लाल, अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन अनुपम कुलश्रेण, जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह और एसएसपी शैलेष पांडेय ने पुलिस अधिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में ब्रीफिंग की।
एडीजी सुरक्षा ने अफसरों से सुरक्षा संबंधी जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि ड्यूटी के दौरान प्रत्येक कर्मचारी के कार्यों पर निगरानी रखें। प्रधानमंत्री का रूट पूरी तरह से खाली होना चाहिए। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहले ही रिहर्सल करें। किसी प्रकार की कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए। ब्रीफिक के दौरान सभी विभागों के साथ पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे।