भानुप्रतापपुर/खिलेश्वर नेताम: भानुप्रतापपुर विधानसभा के कद्दावर नेता रहे स्व. मनोज सिंह मंडावी के 16 अक्टूबर 2022 में हुए निधन के बाद उनकी धर्मपत्नी सावित्री मंडावी को कांग्रेस ने उपचुनाव के दौरान प्रत्याशी बनाया था. उन्होंने लगभग 20000 से अधिक वोट से विपक्षी पार्टियों को हराया था।
जीत के बाद उन्होंने लगातार जनसंपर्क जारी रखा विधायक सावित्री मंडावी छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित भानुप्रतापपुर विधानसभा के सबसे कम समय में लोकप्रियता हासिल करने वाली विधायक बनी,2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से भरोसा जताते हुए चुनावी मैदान में उतारा है।
सावित्री मंडावी ने पार्टी व क्षेत्र के जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा की जनता का प्यार ने एक बार पुनः सेवा करने का दिया मौका दिया है,हम लगातार क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करते रहेंगे।
इस बार का चुनाव होगा बेहद खास..
भानुप्रतापपुर विधानसभा में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होगा क्योंकि कांग्रेस भाजपा और आम आदमी पार्टी भी इस बार चुनावी मैदान में होगा,और सबसे खास बात यह है की इस विधानसभा में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी के गृह विधानसभा होने के कारण भानुप्रतापपुर से चुनाव लड़ेंगे ।अब फैसला जनता के हाथ के हाथ में है,कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले विधानसभा में कौन? कुर्सी का मालिक होगा और 5 साल तक जनता के बीच में रहने का मौका मिलेगा।