
बाकू: दिग्गजों को हराकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाने वाले भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा आखिरी बाधा पार नहीं कर सके और फिडे विश्व कप शतरंज के फाइनल में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन से बृहस्पतिवार को टाइब्रेक में 1.5 – 0.5 से हार गए .
क्लासिकल मुकाबले बराबरी पर रहने के बाद फाइनल टाइब्रेक तक गया . दूसरा 25 प्लस 10 टाइब्रेक मुकाबला 22 चालों के बाद ड्रॉ रहा . नॉर्वे के महान खिलाड़ी कार्लसन ने पहला मुकाबला जीतने के बाद रक्षात्मक खेल दिखाया . कार्लसन की विश्व कप में यह पहली जीत है लेकिन वह विश्व चैम्पियनशिप पांच बार जीत चुके हैं .
‘फूड पॉइजनिंग’ से जूझ रहे कार्लसन पहले क्लासिकल गेम में अपनी लय में नहीं दिखे लेकिन उन्होंने इसके बाद जबर्दस्त वापसी की . उन्हें भारत के 18 वर्ष के प्रज्ञानानंदा से कड़ी चुनौती मिली और 45 चालों के बाद ही वह जीत सके . दूसरे मुकाबले में हालांकि उन्होंने दबदबा बनाया और आसानी से जीते .
इससे पहले मंगलवार और बुधवार को दो क्लासिकल मुकाबले ड्रॉ रहे थे जिससे मुकाबला टाइब्रेक में खिंचा . प्रज्ञानानंदा ने टूर्नामेंट में दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हिकारू नकामूरा और तीसरे नंबर के खिलाड़ी फेबियानो कारूआना को हराकर कार्लसन के खिलाफ फाइनल में जगह बनाई थी .
पांच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद ने फाइनल के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा ,” प्रज्ञानानंदा कैंडिडेट्स में जगह बनाकर लौटेगा और यह शानदार नतीजा है .” उन्होंने कार्लसन को बधाई देते हुए लिखा ,” आखिर में मैग्नस की जीत . अभी तक वह इसी टूर्नामेंट को जीत नहीं सका था और अब यहां खिताब जीत लिया . फिडे विश्व कप 2023 विजेता मैग्नस कार्लसन को बधाई .”
प्रज्ञानानंदा के कोच आर बी रमेश ने लिखा ,” मैग्नस कार्लसन को जीत की बधाई जिसके वह हकदार थे . प्रज्ञानानंदा ने शानदार खेला . सुनहरी यादें और कुछ सबक भी . अब आगे .” इस टूर्नामेंट के बाद प्रज्ञानानंदा ने कैंडिडेट्स 2024 टूर्नामेंट में जगह बना ली जो कनाडा में होगा . वह बॉबी फिशर और कार्लसन के बाद इस टूर्नामेंट में जगह बनाने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए.